विदेश में पढ़ाई करने का है सपना, ये परीक्षाएं आपको दे सकती हैं सुनहरा मौका
ऐसे इंडिया टीवी आज आपको बताने जा रहा है कि विदेश में पढ़ाई में पढ़ाई करने के लिए आपको किन परीक्षाओं को पास करने की जरूरत होती है।
भारत की पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने पहले आम बजट में भारत में विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थानों की कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए इस दिशा में काम करने की बात कही थी। यही कारण है कि बड़ी संख्या में भारतीय छात्र हर साल विदेश पढ़ने जाते हैं। लेकिन इसमें ज्यादातर छात्र वे होते हैं जो बड़े शहरों में रहते हैं और उनके पास इससे जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारी होती है। वहीं छोटे शहरों में रहने वाले बहुत से छात्र ऐसे भी हैं जो विदेश में पढ़ना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसकी जानकारी नहीं होती। ऐसे इंडिया टीवी आज आपको बताने जा रहा है कि विदेश में पढ़ाई में पढ़ाई करने के लिए आपको किन परीक्षाओं को पास करने की जरूरत होती है।
आईलेट्स (ILETS)
विदेश में पढ़ाई करने के लिए आपको सबसे पहले अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना सबसे जरूरी है। इसके लिए आपके इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम यानि आईलेट्स की परीक्षा पास करनी होती है। यह भारतीय छात्रों के लिए एक विदेशी प्रवीणता परीक्षा है। आईलेट्स टेस्ट को भाषा के स्तर पर जैसे छात्रों के सुनने, पढ़ने, बोलने और लिखने के कौशल का मूल्यांकन करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। अमेरिका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे देश भारतीय छात्रों के लिए अग्रणी शिक्षा केंद्रों, विश्वविद्यालयों और शैक्षिक संस्थान तथा उच्च शिक्षा कार्यक्रमों में एडमिशन देने के लिए आईईएलटीएस स्कोर को स्वीकार करते हैं।
टॉफेल (TOFEL)
यह भी आईलेट्स की तरह विदेशी भाषा के रूप में अंग्रेजी भाषा का टेस्ट है। यह भी उम्मीदवार की अंग्रेजी बोलने की क्षमता और समझ का मूल्यांकन करने के लिए आयोजित की जाती है। 9,000 से अधिक कॉलेज, विदेशी विश्वविद्यालय और संस्थान अंग्रेजी दक्षता के प्रमाणपत्र के वैध सबूत के रूप में टॉफेल स्कोर को स्वीकार करते हैं।
जीआरई
ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन को आम तौर पर जीआरई टेस्ट के रूप में जाना जाता है। दुनिया भर के कई लोकप्रिय और प्रतिष्ठित बी-स्कूलों, विश्वविद्यालयों और शैक्षिक संस्थानों द्वारा स्वीकार किए जाने वाला यह मानकीकृत प्रवेश परीक्षा है। जीआरई टेस्ट शैक्षिक परीक्षण सेवा (ईटीएस) द्वारा प्रशासित और आयोजित किया जाता है और शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया के लिए एकेडमिक प्रोफाइल और विभिन्न छात्रों की दक्षता की तुलना में सहायक होता है।
जीमैट (GMAT)
ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट यानि जीमैट एक वैश्विक स्तर पर स्वीकृत एमबीए प्रवेश परीक्षा है। जिसके माध्यम से एमबीए उम्मीदवारों को स्क्रीनिंग, शॉर्टलिस्ट और प्रवेश के लिए चुना जाता है। स्नातक प्रबंधन प्रवेश परिषद (जीएमएसी,ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल) द्वारा आयोजित जीमैट एक परीक्षण है जो मात्रात्मक, विश्लेषणात्मक, लेखन और मौखिक परीक्षण के साथ-साथ एमबीए उम्मीदवार के पढ़ने के कौशल का परीक्षण करता है।
एसएटी (सैट)
स्कॉलिस्टिक असेसमेंट टेस्ट विदेशों में उच्च शिक्षा लेने की योजना बनाने वाले छात्रों के लिए एक मानकीकृत परीक्षा है। प्रारंभ में अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए कॉलेजों/विश्वविद्यालयों में शामिल होने के इच्छुक छात्रों के लिए एसएटी को एक सामान्य प्रवेश परीक्षा के रूप में विकसित किया गया था। वर्तमान में कॉलेज बोर्ड द्वारा आयोजित, एसएटी परीक्षा विदेशी विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है। सामान्य एसएटी परीक्षणों के अलावा, उम्मीदवार किसी विशेष विषय कोर्स / प्रोग्राम के लिए अपनी उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए संबंधित विषय या कोर्स में एसएटी का टेस्ट भी दे सकते हैं।
सीएई
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ESOL (इएसओएल, अन्य भाषाओं के वक्ताओं के लिए अंग्रेजी) द्वारा ऑफ़र किया गया एक टेस्ट है। कैम्ब्रिज इंग्लिश एडवांस्ड (सीएई) टेस्ट एक मानकीकृत अंग्रेजी दक्षता परीक्षण है जो पढ़ने, लिखने, सुनने और बोलने के अतिरिक्त सभी भाषा कौशल का आकलन करता है। विदेशी देशों में जटिल एकेडमिक और प्रोफेशनल ड्यूटी के निर्वाह हेतु आवश्यक अंग्रेजी भाषा में कम्युनिकेशन स्किल का मूल्यांकन करने के लिए कैम्ब्रिज के विशेषज्ञों द्वारा सीएई टेस्ट को विकसित किया गया है।