उप्र बोर्ड परीक्षा के पहले दिन 2.39 लाख परीक्षार्थी अनुपस्थित
परीक्षा छोड़ने वाले छात्रों की बड़ी संख्या चौंकाने वाली है।
बोर्ड परीक्षा के पहले दिन कक्षा 10 और 12 के करीब 2.39 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। कुल 56 लाख छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को 2,39,133 परीक्षार्थी यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा देने के लिए नहीं पहुंचे। इसमें से 1,57,042 हाई स्कूल के और 82,091 इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी हैं। परीक्षा छोड़ने वाले छात्रों की बड़ी संख्या चौंकाने वाली है।
दोनों कक्षाओं के लिए पहला प्रश्नपत्र हिंदी का था। अधिकारियों ने छह परीक्षार्थियों व एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न थानों में नकल विरोधी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है। परीक्षाओं में अनुचित साधनों का उपयोग करते हुए कुल 34 परीक्षार्थी पकड़े भी गए। इसमें 26 लड़के और एक लड़की हाईस्कूल की और सात लड़के इंटरमिडिएट के हैं।
यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा, "परीक्षा छोड़ने वाले छात्रों की संख्या और ज्यादा हो सकती है, क्योंकि कई जिलों से रिपोर्ट अभी नहीं आई है। बीते साल परीक्षा के पहले दो दिनों के बाद सिर्फ 40,392 छात्रों ने ही पेपर छोड़ा था। इस आंकड़े में 20,674 छात्र शामिल है, जो 2019 में पहले दिन परीक्षा देने नहीं पहुंचे थे।"
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि ये वे छात्र हैं, जिन्होंने कई जिलों से यूपी बोर्ड की परीक्षा में आवेदन किया था। उन्होंने कहा, "इन छात्रों ने एक जिले से परीक्षा दी और दूसरे जिलों को छोड़ दिया।" उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, "मैं पहले दिन 2.39 लाख छात्रों के परीक्षा छोड़ने से बिल्कुल आश्चर्य में नहीं हूं। संतोष की बात यह है कि सभी 75 जिलों में परीक्षा सुचारु रूप से हुई और कोई बड़ी घटना नहीं हुई।" साल 2018 में 12.5 लाख परीक्षार्थियों ने बीच में परीक्षा छोड़ दी और 2019 में यह संख्या घटकर 6.69 लाख हो गई।