झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज विधानसभा में बहुमत साबित कर लिया है। विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान हेमंत सोरेन के विश्वास प्रस्ताव पर पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। इसके बावजूद, वह हेमंत सोरेन ने बहुमत साबित कर लिया। इसके बाद हेमंत सोरेन की नई कैबिनेट के मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। झारखंड के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने नेताओं और अन्य सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में राजभवन में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
झारखंड की नई कैबिनेट में सबसे खास बात यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को नंबर दो पर रखा गया है। कैबिनेट में झारखंड मुक्ति मोर्चा से सात मंत्री हैं तो कांग्रेस से चार मंत्रियों ने शपथ ली है तो वहीं राजद से भी एक मंत्री बनाया गया है।
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देखें हेमंत कैबिनेट के मंत्रियों की सूची
हेमंत सोरेन (मुख्यमंत्री)- झामुमो
चम्पाई सोरेन- झामुमो
डॉ. रामेश्वर उरांव- कांग्रेस
सत्यानंद भोक्ता- राजद
बैद्यनाथ राम- झामुमो
दीपक बिरुआ- झामुमो
बन्ना गुप्ता- कांग्रेस
डॉक्टर इरफान अंसारी- कांग्रेस
मिथिलेश कुमार ठाकुर- झामुमो
हफीजुल हसन- झामुमो
बेबी देवी- झामुमो
दीपिका पांडेय सिंह- कांग्रेस
कैबिनेट में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, डॉक्टर रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता, बैद्यनाथ राम, दीपक बिरुवा, बन्ना गुप्ता, डॉ. इरफान अंसारी, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन, बेबी देवी और दीपिका पांडेय सिंह ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लिया है। कांग्रेस से डाक्टर इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह हेमंत कैबिनेट में नए चेहरे हैं, जबकि झामुमो से बैद्यनाथ राम भी नए हैं। हालांकि, वे पहले भी मंत्री रह चुके हैं।
झारखंड कैबिनेट में विधायकों की संख्या के हिसाब से मुख्यमंत्री समेत कुल 12 मंत्री हो सकते हैं। इनमें झामुमो से 6, कांग्रेस से 4 और राजद से एक मंत्री शामिल रहे हैं। पहली बार झामुमो से एक और नाम बढ़ाकर मंत्रियों की संख्या सात कर दी गई है। इस प्रकार अब हेमंत कैबिनेट अपने पूर्ण स्वरूप में आ गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि किसी भी हाल में सांसदों अथवा विधायकों की संख्या के हिसाब से 15 प्रतिशत सदस्य ही कैबिनेट में रखे जा सकते हैं। झारखंड में 81 विधायकों के हिसाब से यह संख्या 12 तक होती है।