Ranchi Assembly Election: झारखंड विधानसभा चुनावों के तहत सूबे की 81 सीटों पर 2 चरणों में मतदान होना है। पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 20 नवंबर को होगी जबकि नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से एक रांची की विधानसभा सीट भी है जहां 13 नवंबर को वोटिंग होनी है। इस सीट पर सभी की नजरें हैं। राजधानी रांची की यह सीट बेहद हाई प्रोफाइल बन चुकी है, क्योंकि एक तरफ इस सीट पर जहां बीजेपी ने अपने छह बार के विधायक, पूर्व स्पीकर और मंत्री रह चुके सीपी नाम से लोकप्रिय चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह को उतारा है तो वहीं उनके सामने JMM ने अपनी राज्यसभा सांसद महुआ माजी को टिकट दिया है। हालांकि इन दोनों उम्मीदवारों के बीच मुकाबला पिछली बार भी हुआ था, जिसमें महुआ तकरीबन छह हजार वोटो से पीछे गई थीं।
बीजेपी का मजबूत गढ़ रहा है रांची
रांची बीजेपी का मजबूत गढ़ रहा है। 90 के दशक से लगातार पार्टी यहां जीतती रही है। बीजेपी ने अपने इस मजबूत किले को बचाने के लिए चुनाव से ऐन पहले पीएम मोदी का शो कराया। उसे उम्मीद है कि पीएम मोदी के आने से यहां माहौल बदलेगा। वही महुआ रांची से लड़ने के पीछे अपना तर्क देती हैं कि पिछले 34 सालों से यह सीट बीजेपी के कब्जे में है, इसके बावजूद उसने शहर के विकास के लिए कोई खास काम नहीं किया। वह जहां एक और रांची को एक शहर के तौर पर निखारना चाहती हैं वहीं दूसरी ओर वह इस चुनाव को एक चुनौती के रूप में ले रही हैं।
रांची का सियासी समीकरण
रांची में चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह और महुआ माजी के अलावा यहां असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने अपना एक उम्मीदवार खड़ा किया है, जो मुस्लिम चेहरा है। इस सीट पर तकरीबन 24 फ़ीसदी से ज्यादा मुस्लिम वोट है, जबकि 13 परसेंट से ज्यादा आदिवासी वोट है। माना जा रहा है कि यह दोनों माजी के पक्ष में जाएंगे, लेकिन ओवैसी की पार्टी के आने से मुस्लिम वोटों के बंटने का खतरा है।
पिछले चुनावों में किसे मिले थे कितने वोट?
2019 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो झारखंड की रांची सीट पर मुकाबला चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह और महुआ मांजी के बीच में था। 2019 के चुनावों में चंद्रेश्वर प्रसाद ने महुआ मांजी को हराया था। सिंह को 79,522 और महुआ को 73,569 वोट मिले थे। 6,475 वोटों के साथ निर्दलीय उम्मीदवार पवन कुमार शर्मा तीसरे नंबर पर रहे थे।