Jharkhand Assembly Elections 2024: किसके खाते में जाएगी लोहरदगा सीट, जानिए क्या कहते हैं सियासी समीकरण
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को लोहरदगा सीट पर करारी हार का सामना करना पड़ा था। 2019 में कांग्रेस के रामेश्वर उरांव ने भाजपा के सुखदेव भगत को 30150 वोटों के अंतर से हराकर लोहरदगा सीट जीती थी।
Jharkhand Assembly Elections 2024: झारखंड की लोहरदगा विधानसभा सीट को हॉट सीट का दर्जा दिया गया है। यह झारखंड की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, इंडियन नेशनल कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इस सीट के लिए पहले चरण में 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। लोहरदगा विधानसभा सीट राजनीतिक दलों के गठबंधन और प्रत्याशी चयन को लेकर हमेशा सुर्खियों में रही है। इस सीट को लेकर गठबंधन की उलझन बढ़ जाती है। इस बार लोहरदगा विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है। आइए जानते हैं लोहरदगा सीट का पूरा समीकरण।
लोहरदगा का चुनावी समीकरण
लोहरदगा विधानसभा सीट झारखंड के लोहरदगा जिले में आती है। बगडू पहाड़ यहां की विशेष पहचान है। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 284107 है। इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 143366 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 140741 है। लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में सदर प्रखंड के अलावे, कुडू, किस्को, पेशरार और भंडरा प्रखंड का कुछ क्षेत्र आता है। लोहरदगा विधानसभा सीट कांग्रेस या फिर बीजेपी के खाते में रही है, लेकिन आजसू और बीजेपी के गठबंधन के बाद यह सीट आजसू पार्टी को चली गई।
आजसू पार्टी से कमल किशोर भगत विधायक रहे। इनके आकस्मिक निधन के बाद सीट वापस कांग्रेस के खाते में चली गई। झारखंड गठन के बाद लोहरदगा विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार सुखदेव भगत दो बार विधायक रहे। पूर्व विधायक कमल किशोर भगत को सजा होने के बाद सदस्यता खत्म होने के बाद सुखदेव भगत ने उपचुनाव जीता था।
लोहरदगा सीट पर 2019 का हाल
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को लोहरदगा सीट पर करारी हार का सामना करना पड़ा था। लोहरदगा विधानसभा सीट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने बीजेपी के सुखदेव भगत को 30 हजार से अधिक मतों से हराया था। 74,380 वोट पाकर कांग्रेस प्रत्याशी डॉ रामेश्वर उरांव विधायक बने। बीजेपी इस चुनाव में दूसरे नंबर की पार्टी रही। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सुखदेव भगत को 44,230 वोट मिले थे। आजसू पार्टी उम्मीदवार नीरू शांति भगत तीसरे स्थान पर रही। इनको कुल 39,916 वोट मिले थे।
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए सुखदेव भगत हारे
14 साल तक कांग्रेस की राजनीति करने के बाद सुखदेव भगत उसी साल बीजेपी में शामिल हुए थे लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। साल 2009 और 2014 के चुनावों में सुखदेव भगत को आजसू प्रत्याशी कमल किशोर भगत से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, साल 2015 के विधानसभा उपचुनाव में सुखदेव भगत ने भारी मतों जीत मिली। वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें महज कुछ हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के सुदर्शन भगत को लोहरदगा सीट पर कड़ी टक्कर दी थी।
झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण में कुल 44 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा। जबकि शेष सीटों पर दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा। वहीं, चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।