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Hindi News झारखण्ड Jharkhand Assembly Election: सीट बंटवारे को लेकर बदले RJD के सुर, सत्यानंद भोक्ता बोले- 50% मुद्दे सुलझे, झगड़े तो परिवारों में भी होते हैं

Jharkhand Assembly Election: सीट बंटवारे को लेकर बदले RJD के सुर, सत्यानंद भोक्ता बोले- 50% मुद्दे सुलझे, झगड़े तो परिवारों में भी होते हैं

पहले मनोज झा ने कहा था कि आरजेडी को कांग्रेस और झामुमो ने नहीं बुलाया। यह उनका अपमान है। अब सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि 50 फीसदी मुद्दे सुलझ गए हैं।

Satyanand Bhokta- India TV Hindi Image Source : X/SATYANAND BHOKTA सत्यानंद भोक्ता

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले इंडिया गठबंधन में खींचतान जारी है। सीट बंटवारे को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल के बीच अनबन हुई थी। हालांकि, अब डैमेज कंट्रोल होता दिख रहा है। सीट बंटवारे पर आरजेडी के सुर बदल गए हैं। आरजेडी नेता और झारखंड के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि 50 फीसदी मुद्दे सुलझ गए हैं और आरजेडी सिर्फ उन्हीं सीटों पर टिकट मांग रही है, जहां उसने जीत हासिल की थी।

इससे पहले मनोज झा ने सीट शेयरिंग को लेकर हुई मीटिंग में नहीं बुलाए जाने पर आपत्ति जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि आरजेडी को इस बैठक में नहीं बुलाया गया और यह उनकी पार्टी का अमान है। हालांकि, अब आरजेडी के सुर नरम पड़ गए हैं और गठबंधन को परिवार की तरह देखा जा रहा है।

सत्यानंद भोक्ता क्या बोले?

आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर आरजेडी नेता और झारखंड के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा, "झगड़े तो परिवारों में भी होते हैं। यह बहुत बड़ा गठबंधन है, कुछ चीजें तो होनी ही हैं। हम गठबंधन में हैं और चुनाव जीतेंगे। 50 फीसदी मुद्दे सुलझ गए हैं। हम पिछली बार जीती हुई सीटों की मांग कर रहे हैं। आरजेडी जिन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, उन सभी पर जीत हासिल करेगी।"

मनोज झा का बयान

राष्ट्रीय जनता दल के सीनियर लीडर मनोज झा ने साफ कहा था कि कांग्रेस और झामुमो ने मीटिंग में उनकी पार्टी को नहीं बुलाकर आरजेडी का अपमान किया है। उन्होंने कहा था "अकेले-अकेले सीट शेयरिंग की घोषणा कर देना सही नहीं है। राज्य में राष्ट्रीय जनता दल की एक मजबूत पकड़ है और राष्ट्रीय जनता दल 16 से 17 सीटों पर अपनी मजबूत पकड़ रखता है।" मनोज झा भले ही 16-17 सीटों पर दबदबा होने की बात कह रहे हों, लेकिन 2019 में पार्टी यहां सिर्फ एक सीट जीत पाई थी। सबसे ज्यादा 30 सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा और 25 सीटें बीजेपी के खाते में आई थीं।