झारखंड की सियासत में बीते कुछ दिनों से लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन अपनी ही पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा और हेमंत सोरेन के खिलाफ हो गए हैं। चंपई ने पार्टी पर अपमान का आरोप लगाया है। बीते दिनों चंपई ने घोषणा की थी कि उनके पास तीन रास्ते हैं जो कि राजनीति से संन्यास लेना या अपना अलग संगठन खड़ा करना या फिर राह में अगर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना है। हालांकि, अब चंपई सोरेन ने साफ कर दिया है कि वह राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे।
क्या बोले चंपई सोरेन?
जानकारी के मुताबिक, चंपई सोरेन ने कहा है कि वह राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे। अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए उनका राजनीति में बने रहना जरूरी है। चंपई सोरेन ने एक हफ्ते के भीतर राजनीतिक भविष्य पर फैसला लेने की बात कही है। आपको बता दें कि चंपई के कहे अनुसार अब उनके पास दो रास्ते हैं, पहला अलग संगठन खड़ा करना या फिर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना।
चंपई ने कहा- "मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा। मैंने जो नया अध्याय शुरू किया है, उसमें मैं नए संगठन को मजबूत करूंगा और अगर मुझे रास्ते में कोई अच्छा दोस्त मिला तो मैं उस मित्रता के साथ लोगों और राज्य की सेवा करने के लिए आगे बढ़ूंगा। एक सप्ताह में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।"
बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर क्या बोले?
चंपई सोरेन मंगलवार शाम दिल्ली से कोलकाता पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग होकर जमशेदपुर आवास के लिए निकले हैं। उनके देर रात तक पहुंचने की संभावना है। दिल्ली से फ्लाइट पकड़ने के पहले हवाई अड्डे पर पत्रकारों ने उनसे भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "दिल्ली में मेरी किसी भाजपा नेता से मुलाकात नहीं हुई और मुझे यह भी नहीं पता कि मेरे भाजपा में जाने की बात कौन कह रहा है?"
ये भी पढ़ें- चंपई सोरेन के अगले कदम पर सस्पेंस, हेमंत से मिले झामुमो विधायक, BJP की कोर कमेटी ने की बैठक
चंपई सोरेन को लेकर झारखंड बीजेपी का बड़ा बयान, कहा- वो बड़े और मंझे हुए नेता हैं, अगर...