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Hindi News झारखण्ड Jaganathpur Election Results: जगन्नाथपुर में गीता कोड़ा की हार, सोना राम सिंकू 7383 वोट से जीते

Jaganathpur Election Results: जगन्नाथपुर में गीता कोड़ा की हार, सोना राम सिंकू 7383 वोट से जीते

Jaganathpur Election Results: जगन्नाथपुर विधानसभा सीट पर मुकाबला भाजपा की गीता कोड़ा और कांग्रेस के सोना राम सिंकू के बीच था और कांग्रेस उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है।

Hemant Soren ans Sona ram sinku- India TV Hindi Image Source : X/SONA RAM SINKU हेमंत सोरेन के साथ सोना राम सिंकू

Jaganathpur Election Results: झारखंड में विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम आ चुके हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा की अगुआई वाले गठबंधन ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। इस गठबंधन में शामिल हर पार्टी ने पिछले चुनाव से बेहतर प्रदर्शन किया है। कांग्रेस और राजद की भी सीटें बढ़ी हैं। जगन्नाथपुर विधानसभा सीट पर लड़ाई काफी दिलचस्प मानी जा रही थी, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार ने आसान जीत दर्ज की है। इस सीट पर भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा और कांग्रेस की ओर से सोनाराम सिंकू चुनाव मैदान में थे। सोना राम सिंकू ने 7383 वोट से जीत दर्ज की है।

कांग्रेस के सोना राम सिंकू को कुल 57065 वोट मिले और उन्होंने 7383 वोट से जीत दर्ज की। वहीं, बीजेपी की गीता कोड़ा को 49682 वोट मिले। निर्दलीय उम्मीदवार मंगल सिंह बोबोंगा तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें 12559 वोट मिले।

बीते चुनाव का परिणाम

साल 2019 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सोना राम सिंकू ने झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के मंगल सिंह बोबोंगा को 11,606 वोटों से हराया था। इस सीट पर बीजेपी के सुधीर कुमार सुंडी 16,450 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार मंगल सिंह बोबोंगा को पहले से भी कम वोट मिले हैं।

क्या है जगन्नाथपुर सीट का इतिहास?

झारखंड की जगन्नाथपुर सीट को पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के दबदबे वाली सीट माना जाता है। साल 2000 से लेकर 2014 तक इस सीट पर मधु कोड़ा और गीता कोड़ा का ही कब्जा रहा। दोनों ने दो-दो बार जगन्नाथपुर में जीत हासिल की थी। वहीं, पिछले चुनाव में कांग्रेस के सोनाराम सिंकू ने जगन्नाथपुर से जीत दर्ज की थी। खास बात ये भी है कि सोनाराम सिंकू, मधु कोड़ा के करीबी मित्र हैं। मधु कोड़ा ने सिंकू को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। इस बार मधु उनके खिलाफ थीं, लेकिन वह कोई उलटफेर नहीं कर सकीं और सिंकू एक बार फिर विधायक चुने गए हैं।