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Hindi News झारखण्ड झारखंड में RJD के फैसले की चर्चा, 20-22 सीटों का दावा कर रही थी लेकिन 6 सीट पर मान गई

झारखंड में RJD के फैसले की चर्चा, 20-22 सीटों का दावा कर रही थी लेकिन 6 सीट पर मान गई

झारखंड में आरजेडी के फैसले की खूब चर्चा हो रही है। एक समय था जब आरजेडी यहां पर 20-22 सीटों का दावा कर रही थी लेकिन बाद में वह 6 सीटों पर ही मान गई।

RJD- India TV Hindi Image Source : PTI 6 सीट पर मान गई RJD

रांची: झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए आरजेडी ने अपने कैंडिडेट्स का ऐलान कर दिया है। कोडरमा सीट पर जेल में बंद बालू माफिया सुभाष यादव को भी टिकट दिया गया है। लेकिन आरजेडी के इस फैसले की सियासी गलियारों में खूब चर्चा भी हो रही है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल आरजेडी झारखंड में 20-22 सीटों का दावा कर रही थी लेकिन बाद में 6 सीटों पर ही मान गई। चर्चा ये भी है कि कोडरमा सीट पर जेल में बंद बालू माफिया सुभाष यादव को भी टिकट दिया गया है। सुभाष यादव को ईडी ने बिहार में अवैध बालू खनन का किंगपिन बताया है और वे पिछले कई महीने से पटना की बेऊर जेल में बंद हैं। सुभाष यादव को लालू परिवार का बेहद करीबी माना जाता है। 

इसके अलावा आरजेडी ने देवघर से सुरेश पासवान, गोड्डा से संजय प्रसाद यादव, चतरा से रश्मि प्रकाश, विश्रामपुर से नरेश प्रसाद सिंह और हुसैनाबाद से संजय कुमार सिंह यादव को टिकट दिया है।

झारखंड में कब हैं चुनाव?

झारखंड में 13 और 20 नवंबर को वोटिंग होगी और नतीजे 23 नवंबर को ही आएंगे। झारखंड में 2 चरणों में चुनाव होंगे। झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं। पिछले चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को 30 सीटें और बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं, जबकि 26 सीटें अन्य दलों के खाते में गई थीं। जेएमएम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।

चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने बताया था कि झारखंड में 2 करोड़ 60 लाख वोटर हैं। यहां एक करोड़ 31 लाख पुरुष वोटर हैं और एक करोड़ 29 लाख महिला वोटर हैं।  झारखंड में 29 हजार 562 बूथ पर वोट पड़ेंगे। झारखंड के हर बूथ पर 881 वोटर होंगे।

चुनाव आयोग ने EVM पर भी दिया था बयान

हालही में चुनाव आयोग ने ईवीएम पर भी बयान दिया था। चुनाव आयोग ने कहा था कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं होती। ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है। ईवीएम की बैटरी पर भी पोलिंग एजेंट के साइन होंगे। ईवीएम 3 लेयर की सिक्योरिटी में रहेगी। ईवीएम में सिंगल यूज बैटरी लगती है। ईवीएम में मोबाइल जैसी बैटरी नहीं होती है।