झारखंड के सर्वोच्च पुरस्कार का क्या होगा नाम? CM सोरेन ने किया ऐलान
झारखंड के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम अब ‘भगवान बिरसा मुंडा-भगवान सिदो-कान्हू’ रखा जाएगा। इसका ऐलान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया।
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज की वोटिंग 20 नवंबर को होगी। उससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को ऐलान किया कि राज्य के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम अब ‘भगवान बिरसा मुंडा-भगवान सिदो-कान्हू’ रखा जाएगा। सोरेन ने कहा कि अगर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत सरकार सत्ता में आई तो इस संबंध में मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक में फैसला लिया जाएगा।
हेमंत सोरेन ने इस घोषणा को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट भी शेयर की, जिसमें उन्होंने कहा, "झारखंड के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम ‘भगवान बिरसा मुंडा-भगवान सिदो-कान्हू पुरस्कार’ होगा। यह निर्णय अबुआ सरकार (अपनी सरकार) की पहली कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा।" उन्होंने यह भी कहा कि यह पुरस्कार झारखंड के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के रूप में होगा और झारखंड के समृद्ध इतिहास की ओर एक कदम बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, "झारखंड के वीर शहीद अमर रहें। जय झारखंड।"
राज्य की सत्ता हासिल करना चाहती है बीजेपी
बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) वर्तमान में राज्य में सत्ता में है और हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं। पार्टी चुनावी रणनीतियों में जोर दे रही है और आदिवासी एवं पिछड़े वर्गों के मुद्दों पर फोकस कर रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस चुनाव के जरिए राज्य में सत्ता हासिल करने पर जोर दे रही है। पार्टी कई मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है- जैसे रोजगार, शिक्षा, और विकास कार्यों के मुद्दे।
बीजेपी पर राज्य की छवि खराब करने का आरोप
इससे पहले हेमंत सोरेन ने बुधवार को बीजेपी पर झूठे प्रचार के जरिए उनकी और राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में JMM नीत गठबंधन के खिलाफ प्रचार करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है और उसने 95,000 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए सोरेन ने कहा, "तानाशाहों के पास अरबों रुपये हो सकते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि अनुचित तरीकों से जीत हासिल करने के बजाय सिद्धांतों पर अड़े रहना बेहतर है।" ये आरोप ऐसे समय लगाए गए जब राज्य में पहले चरण के तहत 81 विधानसभा क्षेत्रों में से 43 पर मतदान हो रहा था।
ये भी पढ़ें-
दिल्ली के इन इलाकों में AQI हुआ 450 के पार, जानें नोएडा और गुरुग्राम की स्थिति?
RBI को धमकी भरा कॉल, खुद को बताया आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का CEO