नीट पेपर लीक मामलाः निजी स्कूल के टीचर्स और कोरियर कंपनी के कर्मचारी खोलेंगे राज! CBI आज करेगी पूछताछ
NEET-UG Paper Leak Case:नीट-यूजी प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। एजेंसी ने झारखंड के हजारीबाग में निजी स्कूल के प्रधानाचार्य से पूछताछ की।
रांचीः सीबीआई ने बुधवार को झारखंड के हजारीबाग में एक निजी विद्यालय के प्रधानाचार्य से पूछताछ की। इसके अलावा सीबीआई ने वाइस प्रिंसिपल, डिप्टी वाइस प्रिंसिपल समेत कुछ टीचर्स से भी पूछताछ की है। सीबीआई ने स्कूल के कुछ टीचर्स और स्टाफ को आज पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ये सभी लोग 5 मई यानी एग्जाम के दिन स्कूल में मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानाचार्य राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक प्रश्न पत्र लीक मामले में जांच के घेरे में हैं।
कोरियर कंपनी के कर्मचारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया
इसके अलावा सीबीआई ने नूतन कलौनी के कोरियर कंपनी के कुछ लोग जो 3 मई को मौजूद थे उन्हें भी आज पूछताछ के लिए बुलाया है। नूतन कलौनी कोरियर कंपनी के दफ्तर से सीसीटीवी फुटेज लेने के लिए सीबीआई की टीम गई थी लेकिन वहां ताला लगा मिला। स्कूल के प्रिंसिपल और स्कूल स्टाफ से पूछताछ के बाद सीबीआई ने स्कूल का प्रिंटर, प्रिंसिपल का कंप्यूटर को सीज कर दिया है। प्रिंसिपल के फोन की भी जांच सीबीआई कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य एहसानुल हक से पूछताछ की। हक, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के जिला समन्वयक भी थे। अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को 'सॉल्वर' गिरोह के एक ठिकाने पर छापेमारी के दौरान नीट-स्नातक के जले हुए प्रश्नपत्र मिले थे।
ईओयू ने दी थी ये जानकारी
ईओयू ने एक बयान में बताया कि कुख्यात संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया गिरोह ने लीक हुआ नीट-स्नातक प्रश्नपत्र हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से कथित तौर पर प्राप्त किया था। बयान के मुताबिक, जांचकर्ताओं ने पटना के मकान से मिले आंशिक रूप से जले हुए प्रश्नपत्र का मिलान एनटीए द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्नपत्र से किया, जिससे प्रश्न पत्र लीक होने के मामले का खुलासा हुआ।
जांच ने सामने आई ये बातें
अधिकारियों ने बताया कि स्पष्ट रूप से यह सामने नहीं आ पाया कि कथित प्रश्न पत्र लीक के पीछे कौन है। हक ने संवाददाताओं से कहा कि प्रश्नपत्र ले जाने वाले बॉक्स को नहीं खोला जा सका क्योंकि इसका 'डिजिटल लॉक' खराब हो गया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने एनटीए से संपर्क किया। हक ने कहा कि एनटीए ने उन्हें बॉक्स खोलने के लिए कटर का उपयोग करने को कहा। प्रश्नपत्र रखने वाले बक्सों में दो ताले लगे हुए हैं, एक मैनुअल ताला जिसे चाबी और कटर से खोलना होता है और दूसरा 'डिजिटल लॉक', जो परीक्षा से 45 मिनट पहले बीप की आवाज के साथ खुलता है।
अब तक 18 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
सीबीआई ने जांचकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्यों को अपने कब्जे में ले लिया और ईओयू के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। ईओयू ने मामले के सिलसिले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।
(भाषा के इनपुट के साथ)