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Hindi News झारखण्ड Bhawanathpur Assembly Election 2024: क्या BJP को दूसरी बार भवनाथपुर सीट से जीत दिला पाएंगे भानु प्रताप शाही?

Bhawanathpur Assembly Election 2024: क्या BJP को दूसरी बार भवनाथपुर सीट से जीत दिला पाएंगे भानु प्रताप शाही?

झारखंड की भवनाथपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने एक बार फिर भानु प्रताप शाही को चुनावी मैदान में उतारा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में भानु प्रताप शाही ने यहां से बीजेपी को पहली बार जीत दिलाई थी।

भवनाथपुर विधानसभा चुनाव- India TV Hindi भवनाथपुर विधानसभा चुनाव

Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे। राज्य की सभी 81 विधानसभा सीटों पर 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित होंगे। इसी क्रम में राज्य की एक हाई प्रोफाइल विधानसभा सीट भवनाथपुर की बात करें तो यहां पर पहले चरण में 13 नवंबर को वोटिंग होगी। भवनाथपुर झारखंड के गढ़वा जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। यह पलामू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। भवनाथपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर भानु प्रताप शाही को ही चुनावी मैदान में उतारा है।

चौथी बार जीत के लिए मैदान में भानु प्रताप शाही 

2019 के विधानसभा चुनाव में भानु प्रताप शाही ने पहली बार भवनाथपुर में बीजेपी को जीत दिलाई थी। इससे पहले भानु प्रताप शाही ने 2005 में यहां से फॉरवर्ड ब्लॉक के टिकट पर जीत हासिल की थी, जबकि 2014 में भानु प्रताप शाही ने नवजवान संघर्ष मोर्चा के उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। 2024 के चुनाव में भानु प्रताप शाही चौथी बार यहां से जीत दर्ज करने के लिए चुनावी मैदान में हैं। वहीं, भवनाथपुर विधानसभा सीट चुनाव में एक बार फिर से नगर उंटारी राजपरिवार की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। भवनाथपुर सीट से छह बार राजपरिवार के सदस्यों को जीत मिल चुकी है। एक बार फिर से चुनाव मैदान में परिवार के सदस्य अनंत प्रताप देव या राजेंद्र प्रसाद देव के चुनाव मैदान में उतरने की संभावना है।

भवनाथपुर सीट का क्या है सियासी समीकरण?

विधानसभा चुनाव 2000 में समता पार्टी के रामचंद्र केसरी ने भवनाथपुर से जीत हासिल की थी। इसके तुरंत बाद अलग झारखंड राज्य गठन होने पर रामचंद्र केसरी को बाबूलाल मरांडी मरांडी सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला। 2005 में भानु प्रताप शाही फॉरवर्ड ब्लॉक टिकट पर लड़कर जीते और पहली बार विधायक बने। 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी अनंत प्रताव देव विधायक चुने गए। 2014 में कांग्रेस छोड़ कर अनंत प्रताप ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन नवजवान संघर्ष मोर्चा से भानु प्रताप शाही ने उन्हें पराजित कर दिया। 2019 में भानु प्रताप शाही बीजेपी में शामिल होकर चुनाव लड़े और बीजेपी को पहली बार इस सीट पर कामयाबी दिलाई।

43 सीटों पर पहले चरण में होगी वोटिंग 

बता दें कि विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी दल झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 एक साथ लड़ेंगे, जिसमें कांग्रेस और झामुमो 81 में से 70 सीट पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि बाकी 11 सीट पर आरजेडी एवं वामपंथी दल चुनाव लड़ेंगे। वहीं, एनडीए गठबंधन में शामिल दलों में बीजेपी 68 सीट पर चुनाव लड़ेगी, ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी 10, जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू) दो और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। झारखंड के 43 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हो गई, जो 25 अक्टूबर तक जारी रहेगी। इन क्षेत्रों में पहले चरण में 13 नवंबर को मतदान होना है।