झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए दो चरणों में चुनाव संपन्न होने के बाद आज नतीजे घोषित होने की बारी है। झारखंड की बरहेट विधानसभा सीट सबसे अहम है, इस सीट के नतीजे पर सबकी नजरें टिकी हुई है। यह सीट इसलिए अहम है और इसकी चर्चा पूरे प्रदेश में इसलिए है क्योंकि इस सीट पर झारखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट से चुनाव लड़ा तो वहीं इस सीट पर उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के गमालियल हेम्ब्रम से है। बता दें कि बरहेट झारखंड मुक्ति मोर्चा की परंपरागत सीट रही है। इस सीट पर हेमंत सोरेन जीतेंगे या गमालियल हेम्ब्रम, आज पता चल जाएगा। इस सीट से हेमंत सोरेेन आगे चल रहे हैं और उन्होंने बड़ी बढ़त बना ली है। भाजपा के गैमलिएल हेम्ब्रोम बरहेट से पिछड़ गए हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ रहा है बेरहट
बता दें कि साहिबगंज जिले का बरहेट इलाका विकास खंड मुख्यालय होने के कारण राजनीतिक हलचल का केंद्र बना रहता है। राजमहल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाली इस विधानसभा सीट पर पहली बार 2005 में चुनाव कराए गए थे। बरहेट सीट शुरू से ही झामुमो के कब्जे में रहा है। पहले विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के थॉमस सोरेन ने इस सीट से जीत हासिल की थी, जबकि 2009 के दूसरे चुनाव में झामुमो के ही हेमलाल मुर्मू इस सीट से विधायक चुने गए थे।
2019 विधानसभा चुनाव के नतीजे
2019 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन ने बीजेपी के साइमन माल्टो को 25,740 मतों से चुनाव हराया था। हेमंत सोरेन ने 73,725 वोट हासिल किए थे। 2019 की जीत के साथ ही हेमंत सोरेन प्रदेश के मुख्यमंत्री भी बने।
2014 विधानसभा चुनाव के नतीजे
2014 के चुनाव में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बरहेट सीट से जीत दर्ज की और राज्य की सियासत का मुख्य चेहरा माने जाने वाले हेमंत सोरेन इस सीट से विधायक बने थे। बता दें कि बरहेट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है।