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Hindi News जम्मू और कश्मीर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम, सेना की मदद से शुरू हुई विमेंस क्रिकेट लीग

तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम, सेना की मदद से शुरू हुई विमेंस क्रिकेट लीग

श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में शनिवार से विमेंस क्रिकेट लीग टूर्नामेंट शुरू हुआ है जिसमें कश्मीर की 12 महिला टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस टूर्नामेंट का आयोजन सेना और लोकल अथॉरिटी ने मिलकर किया है।

शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में महिला खिलाड़ी।

श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में शनिवार से विमेंस क्रिकेट लीग टूर्नामेंट शुरू हुआ है। टूर्नामेंट के पहले मैच में अलग-अलग रंग की जर्सी पहने महिला खिलाड़ी क्रिकेट के मैदान में अपने खेल का प्रदर्शन करती नजर आईं। बल्ले से लगने वाली हर गेंद और विकेट को हिट करने वाली हर बॉल पर पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था। अगले एक हफ्ते तक इस स्टेडियम में कश्मीर के अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां, पुलवामा, बडगाम, हंदवाड़ा, बारामूला, गांदरबल,और श्रीनगर से आईं 12 टीमों की खिलाड़ी पसीना बहाते नजर आएंगी।

कश्मीर में पूरी तरह बदल गई तस्वीर
बता दें कि कश्मीर में एक दौर ऐसा भी था जब लड़कियों को इस तरह के खेल खेलने की इजाजत नहीं थी, लेकिन अब तस्वीर बदल गई है। सेना की मदद से इतनी बड़ी विमेंस क्रिकेट लीग आयोजित होने से महिला खिलाड़िओं में काफी उत्साह है क्योंकि उन्हें अपने सपने को साकार करने के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म मिल रहा है। इंडिया टीवी से बात करते हुए  इन खिलाडियों ने कहा कि ‘खेलो इंडिया’ और ‘खेलो कश्मीर’ जैसे इवेंट होने से कश्मीर में खेल के प्रति एक बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब लड़कों के साथ-साथ लड़कियां भी खेल के हर मैदान में आगे बढ़ रही हैं।

Image Source : India TVमैच के दौरान बच्चों में भी काफी उत्साह देखने को मिला।

1983 और 1986 की यादें हुईं ताजा
जब महिला खिलाड़ियों की सभी टीमें ग्राउंड पर एक साथ नजर आईं तो 1983 और 1986 में इसी स्टेडियम में भारत के वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए मैचों की यादें ताजा हो गईं। सेना की मदद से इतने बड़े टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर महिला खिलाड़ियों में गजब का उत्साह था, क्योंकि उन्हें एक ऐसे इंटरनेशल स्टेडियम में खेलने का मौका मिल रहा है जिसमें कभी चोटी की टीमें दो-दो हाथ करती थीं। इंडिया टीवी से बात करते हुए कश्मीर की पहली महिला क्रिकेटर और कोच सकीना अख्तर ने कहा भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन की पहल से ही आज कश्मीर की लड़कियों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिला है।

‘लड़कियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं’
सकीना अख्तर ने कहा कि एक वक्त ऐसा भी था जब यहां की लड़कियां वर्दी पहन कर बाहर नहीं निकलती थीं, मगर आज हालात बेहतर हैं और सभी माता-पिता अपने बच्चों को खेलने के लिए पूरा सपोर्ट कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ‘खेलो इंडिया’ जैसे इवेंट कश्मीर में आयोजित होने से खेलों में काफी रुझान देखा जा रहा है। सकीना अख्तर ने कहा कि हमारी लड़कियां खेल के हर मैदान में आगे बढ़ रही हैं और उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस तरह के टूर्नामेंट आयोजित होने से और भी कई लड़कियां आगे जाकर भारत को रिप्रेजेंट कर सकती हैं।

Image Source : India TVटूर्नामेंट का फाइनल 26 अगस्त को होगा।

26 अगस्त को होगा टूर्नामेंट का फाइनल
इस मौके पर आर्मी के कर्नल मनोज डोबरियाल ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यहां की स्थिति काफी अच्छी हुई है। उन्होंने कहा कि हमने अच्छे बदलावों को देख कर ही ये महिला क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया है। बता दें कि इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम को ट्रॉफी तो मिलेगी ही, इसके अलावा हर मैच में प्लेयर ऑफ द मैच, बेस्ट बैट्समैन, बेस्ट बॉलर और प्लेयर ऑफ द सीरीज जैसे अवॉर्ड भी होंगे। टूर्नामेंट का फाइनल 26 अगस्त को होगा और खिलाड़ियों की हौसला आफजाई के लिए क्रिकेटर मिताली राज और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मौजूद रहेंगे।