A
Hindi News जम्मू और कश्मीर जम्मू-कश्मीर: नए साल का जश्न मनाने आए थे 3 दोस्त, होटल के बंद कमरे में मिली लाश

जम्मू-कश्मीर: नए साल का जश्न मनाने आए थे 3 दोस्त, होटल के बंद कमरे में मिली लाश

जम्मू-कश्मीर से नए साल के दिन एक दुखी कर देने वाली खबर सामने आ रही है। नए का जश्न मनाने आए 3 दोस्तों की एक होटल के बंद कमरे में मौत हो गई है।

होटल में मिली तीन युवकों की लाश।- India TV Hindi Image Source : ANI होटल में मिली तीन युवकों की लाश।

साल के पहले दिन भारत समेत पूरी दुनिया में जश्न मनाया गया है। हालांकि, नए साल के जश्न के दौरान एक के बाद एक कई बुरी खबरें भी सामने निकल कर आ रही हैं। ऐसी ही एक खबर केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के डोडा से सामने आई है। डोडा के भद्रवाह में बुधवार की शाम को एक गेस्ट हाउस में तीन युवक मृत पाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, तीनों युवक नए साल का जश्न मनाने के लिए  जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह आए थे।

मृतकों की हुई पहचान

पुलिस ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि मृतकों की पहचान जम्मू निवासी मुकेश सिंह, आशुतोष सिंह और सनी चौधरी के रूप में हुई है। तीनों नए साल का जश्न मनाने के लिए भद्रवाह आए थे। दरअसल, एक मृतक ने बार-बार अपने परिवार के फोन कॉल का जवाब नहीं दिया तो पुलिस सतर्क हो गई। इसके बाद इस घटना का खुलासा हुआ।

पुलिस ने क्या बताया?

डोडा के SSP संदीप मेहता ने इस पूरी घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया- "हमें जम्मू से फोन आया कि आशुतोष नाम का एक व्यक्ति अपने दो दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मनाने के लिए भद्रवाह आया है। वह फ़ोन कॉल का कोई जवाब नहीं दे रहा है। हमारी टीम ने उनका पता लगाया और वे होटल के एक कमरे में थे। जब टीम कमरे में जाने में सफल हुई तो उन्होंने तीनों लोगों को बेहोश पाया।"

क्या है मौत का कारण?

पुलिस ने बताया है कि फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच कर तीनों बेहोश युवकों की जांच की। इसके बाद डॉक्टरों की एक टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसएसपी संदीप मेहता ने कहा है कि युवकों की मौत का कारण पता लगाने के लिए औपचारिक जांच चल रही है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है और प्रारंभिक कारण दम घुटना प्रतीत होता है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।

ये भी पढ़ें- -40 डिग्री तापमान के बीच भारतीय सैनिकों की पेट्रोलिंग का ये VIDEO देखकर गर्व से सीना चौड़ा हो जाएगा

J&K: शेख अब्दुल्ला की जयंती और 13 जुलाई छुट्टियों की लिस्ट से बाहर, छिड़ी बहस