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जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले को किया गया असफल, सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को किया ढेर

भारतीय सेना ने 28 अक्तूबर को सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। बता दें कि इस दौरान हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है जो भागने की फिराक में थे। उनके पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुए हैं।

Terrorist attack in Jammu and Kashmir was failed security forces killed three terrorists- India TV Hindi Image Source : INDIA TV जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले को किया गया असफल

भारतीय सेना ने 28 अक्तूबर 2024 को जम्मू के बट्टल के घने जंगलों में एक आतंकी हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। इस दौरान सेना ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। सुबह-सुबह आतंकवादियों ने सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया। इसके बाद सैनिकों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आतंकियों को जवाब दिया, जिसमें तीन आतंकी मारे गए। बता दें कि काफिले में कोई हताहत नहीं हुआ है, क्योंकि सैनिकों ने हमलावरों को तुरंत पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। ऑपरेशन में जम्मू एवं कश्मीर पुलिस और स्पेशल ऑपरेश ग्रुप ने तालमेल का प्रदर्शन किया, जिसे स्थानीय खुफिया और सामुदायिक सहायता से बल मिला। 

मुठभेड़ ने सुरक्षाबलों ने आतंकियों को किया ढेर

बता दें कि इस दौरान सैनिकों ने रात में चुनौतीपूर्ण हालातों में काम करते हुए बड़े क्षेत्र को आतंकियों से मुक्त कराया। बता दें कि इस घटना के बाद भाग रहे आतंकियों के चारों और घेराबंदी की गई और तुरंत विशेष बलों को तैनात किया गया। रात में निगरानी उपकरणों, मानव रहित जमीनी वाहनों और निगरानी ड्रोन्स सहित उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल कर रीयल टाइम ट्रैकिंग की गई और भाग रहे आतंकियों को रोका गया। हालांकि इस घटना में दुखद बात ये रही कि ऑपरेशन के दौरान एक आर्मी डॉग फैंटम को घातक चोटें आईं। 

सुरक्षाबलों ने कई आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल

यह अभियान क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए भारतीय सेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, जिसमें सुरक्षा उपायों में वृद्धि और स्थानीय पहुंच निरंतर स्थिरता सुनिश्चित करती है। सुरक्षाबलों ने कहा कि हम इस अभियान में बीएमपी के इस्तेमाल के बारे में सोशल मीडिया पर चल रही कुछ अफवाहों को दूर करना चाहते हैं। फंसे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंचने के लिए कठोर वाहनों का इस्तेमाल किया गया था। हम इस बात पर भी जोर देना चाहते हैं कि भारतीय सेना एक पेशेवल सेना है और मारे गए आतंकवादी के पार्थिव शरीर का कोई अपमान नहीं किया गया है।