सिनेमा की ओर बढ़ चला कश्मीर, श्रीनगर में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का जश्न, 17 देशों की फिल्में दिखाई जाएंगी
श्रीनगर में हो रहे इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल को बॉलीवुड के महान अभिनेता देव आनंद के नाम से भी जोड़ा गया है। क्योंकि इस साल उनकी 100वीं जयंती है।
श्रीनगर में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का जश्न मनाया जा रहा है। यहां टैगोर हॉल में 2 दिनों में 17 देशों की 30 फिल्में दिखाई जाएंगी। इस फिल्म फेस्टिवल के आयोजन का मकसद बॉलीवुड को दोबारा से कश्मीर की और आकर्षित करना और यहां के युवा कलाकारों को एक नई मंजिल और एक नई पहचान देना है। फिल्म फेस्टिवल के पहले दिन बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता देव आनंद की सुपरहिट फिल्मों के नगमों से उनकी 100वीं जयंती पर विशेष श्रद्धांजलि दी गई।
युवाओं को प्लेटफॉर्म मिलेगा
फिल्म फेस्टिवल के मौके पर नगर का टैगोर हॉल लोगों से खचा-खच भरा हुआ था। पूरा हॉल देव आनंद और मिथुन चक्रवर्ती की सुपरहिट फिल्मों के नगमों की आवाज से गूंज उठा। तालियों की आवाज से ऐसा लगा रहा था जैसे 1980 का दशक कश्मीर में दोबारा वापस लौट आया हो। इस शो को शुरू करने वाले राकेश रोशन भट्ट ने बताया कि कश्मीर और बॉलीवुड का रिश्ता बेहद पुराना है। इस तरह के इवेंट होने से यहां के युवाओं को एक प्लेटफॉर्म मिलेगा।
बॉलीवुड और कश्मीर का रिश्ता
श्रीनगर में हो रहे इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल को बॉलीवुड के महान अभिनेता देव आनंद के नाम से भी जोड़ा गया है। क्योंकि इस साल उनकी 100वीं जयंती है। बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं को उम्मीद है कि कश्मीर में इस इवेंट के होने से बॉलीवुड की वापसी होगी और जो दूरियां हालात के चलते हुई थीं, वह अब खत्म हो जाएंगी। इस इवेंट में पहुंचे बब्बर सुभाष ने कश्मीर में बहुत जल्द ही अपनी नई फिल्म को दिखाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इवेंट से यहां के युवाओं को सही मंजिल मिल जाएगी, उन्हें रोजगार मिलेगा और यहां बॉलीवुड की वापसी होगी। 1980 के दशक की तरह कश्मीर एक बार फिर बॉलीवुड की पहली पसंद बन जाएगा।
युवाओं में भी उत्साह
इस इवेंट को लेकर कश्मीर के युवा कलाकार भी काफी उत्साहित नजर आए। उनका मानना है कि इस तरह के इवेंट का होना यहां के कलाकारों, गायकों के लिए काफी जरूरी है। यहां पहुंचे अख्तर हुसैन ने कहा कि जब कोई अच्छी चीज देखी जाती है तो लोग अच्छा सोचते हैं, फिल्म भी अच्छी और बुरी की पहचान बन जाती है। उन्होंने कहा कि यहां हर घर में गायक और कलाकार हैं, जिन्हें एक मंच की जरूरत है। इस तरह के इवेंट से उन लोगों को एक नई दिशा मिल सकती है।
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