चिनाब ब्रिज पर CRPF, SOG और पुलिस सहित 7 सुरक्षा एजेंसियों ने दिखाई अपनी फुर्ती
चिनाब ब्रिज पर आज 2 घंटे से ज्यादा समय तक CRPF, SOG और पुलिस समेत 7 सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी सतर्कता दिखाई।
जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल और देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे चिनाब रेलवे ब्रिज पर आज सुरक्षा बलों ने अपनी फुर्ती दिखाई। 1.3 किलोमीटर से अधिक लम्बे पुल पर लगातार 2 घंटे तक सुरक्षा बल टिके रहे। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
1.3 किलोमीटर से अधिक लम्बा है पुल
अधिकारी ने बताया कि कई सुरक्षा एजेंसियों ने मंगलवार को रियासी जिले में दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल और देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे चिनाब रेलवे ब्रिज पर मॉक ड्रिल की। 1.3 किलोमीटर से अधिक लम्बा यह पुल कटरा से बनिहाल तक 111 किलोमीटर लंबे मार्ग का एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो कश्मीर रेलवे परियोजना के उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला खंड का हिस्सा है।
2 घंटे से अधिक समय तक हुआ आयोजन
पुलिस अधिकारी ने आगे कहा, "रियासी में जिला पुलिस ने विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर कौरी में चिनाब रेलवे पुल पर 2 घंटे से अधिक समय तक सफलतापूर्वक पूर्ण मॉक ड्रिल का आयोजन किया।" इस मॉक ड्रिल में पुलिस, विशेष अभियान समूह (एसओजी), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सामान्य रेलवे पुलिस (जीआरपी), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और ग्राम रक्षा समूह (वीडीजी) सहित 7 सुरक्षा एजेंसियों ने भाग लिया।
मेडिकल टीम भी थी शामिल
कोरी में मॉक ड्रिल में अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ मेडिकल टीम भी शामिल रही। इस अभ्यास का उद्देश्य राष्ट्रविरोधी तत्वों से संभावित खतरों का त्वरित और प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए बलों की तैयारियों का आकलन करना था। अधिकारी ने कहा, "यह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए एक सक्रिय कदम था।"
8 रिएक्टर स्केल की सह सकता है भूकंप
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि चेनाब पुल एक धनुषाकार स्टील और कंक्रीट का ढांचा है, जो उधमपुर-कटरा-काजीगुंड मार्ग के माध्यम से बारामुल्ला को जम्मू से जोड़ता है, और इसकी यात्रा का समय लगभग साढ़े छह घंटे है। पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा यह पुल 40 किलोग्राम टीएनटी के विस्फोट और रिक्टर पैमाने पर 8 तीव्रता के भूकंप को झेलने के लिए बनाया गया है। यह 260 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को भी झेल सकता है और इसकी अनुमानित आयु 120 साल है।
जल्द होगी पूरी
जानकारी दे दें कि पुल का निर्माण 2002 में शुरू हुआ था, लेकिन क्षेत्र में तेज़ हवाओं के कारण रेल यात्रियों की सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए 2008-09 में इसे रोक दिया गया था। अब यह प्रोजेक्ट 2024 में पूरी होगी। इस साल 20 जून को, भारतीय रेलवे ने चेनाब पुल पर 8 कोच वाली मेमू ट्रेन का सफलतापूर्वक ट्रायल रन भी किया, जिससे रियासी से कश्मीर के बारामूला तक के मार्ग पर रेल सेवाओं की शुरुआत का रास्ता साफ हो गया।