जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में चल रहा सर्च ऑपरेशन, सेना की गाड़ी पर हुआ था आतंकी हमला
जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में भारतीय सेना और पुलिस का सर्च ऑपरेशन चल रहा है। हाल में सेना की गाड़ी पर हुए आतंकी हमले के बाद आरोपियों की तलाशी को और भी तेज कर दिया गया है।
भारतीय सेना और पुलिस ने बारामूला के गुलमर्ग और गांदरबल जिले के गगनगीर में हुए आतंकी हमलों के आरोपियों की तलाश के लिए अपनी तलाशी तेज कर दी है। इसके बाद तंगमर्ग और जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में तलाशी अभियान चलाया गया। बता दें कि 24 अक्टूबर को बारामूला में एक सैन्य वाहन पर आतंकवादियों द्वारा हमला किए जाने के बाद सेना के दो जवान और दो नागरिक कुली मारे गए थे।
इससे पहले 20 अक्टूबर को गांदरबल जिले में श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया था। इसमें एक डॉक्टर और छह कंस्ट्रक्शन वर्कर की मौत हो गई थी।
कब किया था आतंकियों ने हमला
आतंकवादियों ने उस समय हमला किया जब मजदूर और अन्य कर्मचारी गांदरबल के गुंड में अपने शिविर में लौट रहे थे। इस घटना ने गंभीर चिंता पैदा कर दी क्योंकि यह आतंकवादियों द्वारा टारगेटेड हत्या थी। ऐसा माना जा रहा है कि कम से कम दो आतंकवादियों ने मजदूरों के एक समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें स्थानीय और गैर-स्थानीय दोनों लोग शामिल थे।
उपराज्यपाल ने सुरक्षा उपायों को कड़ा करने के दिए निर्देश
बीते बुधवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुलिस को केंद्र शासित प्रदेशों में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और निर्माण शिविरों के आसपास सुरक्षा उपायों को कड़ा करने का निर्देश दिया था। उन्होंने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की सुरक्षा ऑडिट, रणनीतिक बिंदुओं पर चौबीसों घंटे नाके, रात्रि गश्त और क्षेत्र वर्चस्व का निर्देश दिया था।
एलजी सिन्हा ने गुलमर्ग के बूटापथरी इलाके में आतंकवादी हमले में मारे गए सैनिकों और कुलियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले राइफलमैन जीवन सिंह, राइफलमैन कैसर अहमद शाह और रक्षा कुलियों मुश्ताक अहमद चौधरी और जहूर अहमद मीर को पुष्पांजलि अर्पित की।
छह जिलों में चलाया एक बड़ा अभियान
काउंटर-इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) ने घाटी के छह जिलों में एक बड़ा अभियान चलाया और एक आतंकी संगठन से जुड़े भर्तीकर्ताओं को पकड़ा। काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट ने बताया कि छापेमारी श्रीनगर, गंदेरबल, पुलवामा, अनंतनाग, बडगाम और कुलगाम सहित जिलों में की गई।
अधिकारियों ने कहा कि वे "तहरीक लबैक या मुस्लिम" (टीएलएम) नामक नवगठित आतंकवादी संगठन के भर्ती मॉड्यूल को ध्वस्त करने में सक्षम थे, जिसे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की एक शाखा बताया जाता है, जिसे बाबा हमास नामक एक पाकिस्तानी आतंकवादी संचालक द्वारा संचालित किया जा रहा था।(Input- ANI)
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