जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया है। इस आतंकी हमले में अबतक 4 सैनिक शहीद हो गए और दो घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद के फ्रंट पीएएफएफ ने ली है। सुरक्षाबल आतंकवादियों की तलाश कर रहे हैं। 12 किलोमीटर के घने जंगल में आतंकियों को खोजना चुनौती भरा है। जम्मू कश्मीर पुलिस सेना का संयुक्त अभियान चल रहा है।
सैनिकों को तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे थे वाहन
अधिकारियों ने बताया कि सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर सुरनकोट थाना के अंतर्गत आने वाले ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर कल दोपहर करीब 3.45 बजे हमला किया गया। जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों - गुलाम नबी आजाद और महबूबा मुफ्ती ने हमले की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने घात लगाकर किए गए इस हमले की जिम्मेदारी ली है। जम्मू में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में ‘‘पुख्ता खुफिया जानकारी’’ के आधार पर पुंछ जिले के ढेरा की गली इलाके में बुधवार रात एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया।
जवानों के हथियार लेकर गए आतंकी
अधिकारियों ने बताया कि ये जवान घटनास्थल की ओर बढ़ रहे थे, तभी आतंकवादियों ने दो वाहनों - एक ट्रक और एक जिप्सी - पर गोलीबारी कर दी। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि बलों ने हमले का त्वरित जवाब दिया। अधिकारियों ने बताया कि इस जारी अभियान में 4 सैनिक शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन जारी है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि जिन सैनिकों पर हमला किया गया, आतंकवादी उनके हथियार लेकर चले गए हैं। राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में इस साल मुठभेड़ों में अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं और 28 आतंकवादी मारे गए हैं। इन मुठभेड़ों में कुल 54 लोग मारे गए हैं।
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