A
Hindi News जम्मू और कश्मीर 'पाकिस्तान को पीएम मोदी का डर, सीमा पर गोलीबारी की हिम्मत नहीं करेगा', पुंछ में गरजे अमित शाह

'पाकिस्तान को पीएम मोदी का डर, सीमा पर गोलीबारी की हिम्मत नहीं करेगा', पुंछ में गरजे अमित शाह

अमित शाह ने रैली में नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ये तीनों परिवार आतंकवाद को रोकने में विफल रहे और उन्होंने इसके बजाय इसे बढ़ावा दिया।'

Amit shah- India TV Hindi Image Source : PTI अमित शाह, गृह मंत्री

मेंढर (जम्मू-कश्मीर): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अब सीमापार से पाकिस्तान इसलिए फायरिंग नहीं करता क्योंकि उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डर है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सीमा पर शांति है क्योंकि पाकिस्तान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से डरता है और वह गोलीबारी करने की हिम्मत नहीं करेगा क्योंकि उसे पता है कि भारत उसे ऐसा ‘‘मुंहतोड़ जवाब’’ देगा जो उसकी बंदूकों को चुप कराने के लिए काफी होगा। 

अमित शाह ने केंद्रशासित प्रदेश में पुंछ जिले के सीमावर्ती इलाके में भारतीय जनता पार्टी  के उम्मीदवार मुर्तजा खान के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र ने युवाओं के हाथों में बंदूकों और पत्थरों की जगह लैपटॉप देकर आतंकवाद का सफाया कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू क्षेत्र के पहाड़ों में बंदूकों की आवाज नहीं गूंजने देगी। शाह ने कहा, ‘‘हम लोगों की सुरक्षा के लिए सीमा पर और बंकर बनाएंगे। मैं आपको 1990 के दशक में सीमा पार से होने वाली गोलीबारी की याद दिलाना चाहता हूं, क्या आज भी सीमा पार से गोलीबारी हो रही है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां पहले के शासक पाकिस्तान से डरते थे, लेकिन अब पाकिस्तान मोदी से डरता है। वे गोलीबारी करने की हिम्मत नहीं करेंगे, लेकिन अगर वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’’ 

40 हजार लोगों की गई जान 

अमित शाह ने कहा कि ‘‘आतंकवाद 1990 में शुरू हुआ और 2014 तक जारी रहा, जिसमें 40 हजार लोगों की जान गई।’’ नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘ये तीनों परिवार आतंकवाद को रोकने में विफल रहे और उन्होंने इसके बजाय इसे बढ़ावा दिया। भाजपा और मोदी ने आतंकवाद को खत्म किया और युवाओं के हाथों में बंदूकों और पत्थरों की जगह लैपटॉप थमाए।’’ शाह ने दावा किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला लोगों को आतंकवाद के फिर से पनपने का डर दिखा रहे हैं। शाह ने कहा, ‘‘मैं यहां से बताना चाहता हूं कि आपके संरक्षण के बावजूद मोदी और शाह इन खूबसूरत पहाड़ियों में उन्हें फिर से पनपने नहीं देंगे।’’ 

बच्चों को बंदूकें थमा दी गईं

उन्होंने कहा,‘‘आतंकवाद से किसी को कोई लाभ नहीं है। हमारे बच्चों को बंदूकें थमा दी गईं। हम पहाड़ी युवाओं को पुलिस एवं सेना में भर्ती करके बंदूकें मुहैया कराएंगे। इसके लिए हम सीमाओं पर विशेष भर्ती अभियान चलाएंगे।’’ शाह ने कहा कि यह चुनाव केंद्र शासित प्रदेश में तीन परिवारों के शासन का अंत सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह जरूरी है क्योंकि इन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को कभी बढ़ने नहीं दिया।’’ उन्होंने कहा कि अगर 2014 में भाजपा की सरकार नहीं बनी होती और विभिन्न पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव नहीं हुए होते तो 30,000 निर्वाचित पंचायत सदस्यों को कभी अवसर नहीं मिलता। 

कभी मेंढर जाने के बारे में नहीं सोचा था

गृह मंत्री ने कहा कि वह गुजरात से हैं और उन्होंने कभी मेंढर जाने के बारे में नहीं सोचा था, जो नियंत्रण रेखा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। उन्होंने कहा, ‘‘देश के लोग उन पहाड़ी, गुज्जर और बक्करवाल समुदायों पर गर्व करते हैं और उन्हें सलाम करते हैं जिन्होंने 1947 में सीमाओं की रक्षा की।  1990 में बढ़े आतंकवाद के दौरान अपनी छाती पर गोलियां खाईं।’’ भाजपा नेता जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम को जम्मू पहुंचे थे। उनका पुंछ के सुरनकोट, राजौरी जिले के थानामंडी एवं राजौरी तथा जम्मू जिले के अखनूर में चार और चुनावी रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित किए जाने के बाद जम्मू- कश्मीर में विधानसभा चुनाव पहली बार हो हो रहा है। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ था। दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को होगा। इसके बाद तीसरे और अंतिम चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा। चुनाव परिणाम आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। (इनपुट-भाषा)