A
Hindi News जम्मू और कश्मीर जम्मू-कश्मीर में NC की चली आंधी, पिछली बार से करीब 3 गुना ज्यादा जीतीं सीटें, फारूक अब्दुल्ला ने धारा 370 को लेकर दिया बड़ा बयान

जम्मू-कश्मीर में NC की चली आंधी, पिछली बार से करीब 3 गुना ज्यादा जीतीं सीटें, फारूक अब्दुल्ला ने धारा 370 को लेकर दिया बड़ा बयान

जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरी है। नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले ही 41 सीटों पर जीत दर्ज कर रही है। इस बीच, बीच फारूक अब्दुल्लाह ने धारा 370 को लेकर बड़ा बयान दे दिया है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्लाह- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्लाह

जम्मू-कश्मीर में 2014 के विधानसभा चुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने जीत का परचम लहराया था। 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) प्रचंड जीत दर्ज करने की ओर है। 2010 के विधानसभा चुनाव में एनसी को 15 सीटें मिली थीं। इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी 41 सीटों पर आगे है। यानी पिछली बार से करीब तीन गुना ज्यादा सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस जीत रही है।

धारा 370 को लेकर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?

पार्टी की जीत पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने इसे जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने से जोड़ कर बड़ा बयान दे दिया है। फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों के जनादेश ने साबित कर दिया है कि कश्मीर के लोग 5 अगस्त, 2019 को लिए गए फैसले (धारा 370 को हटाया जाना) को स्वीकार नहीं करते हैं।

उमर अब्दुल्ला होंगे अगले सीएम

इसके साथ ही फारूक अब्दुल्ला ने अपने बेटे उमर अब्दुल्ला को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने का भी ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के बाद से नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।

41 सीटों पर जीत दर्ज कर रही NC

चुनावी परिणामों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में एनसी और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार बनने वाली है। एनसी 41 और कांग्रेस 6 सीटों पर आगे है। 90 में से 51 सीटों पर गठबंधन आगे चल रहा है, जबकि भारतीय जनत पार्टी (BJP) 28 सीटों पर आगे चल रही है।

बीजेपी के खिलाफ जनादेश

पार्टी को मिली बड़ी जीत के बाद अब्दुल्ला ने कहा, 'पारदर्शिता होनी चाहिए। जो कुछ भी हो पारदर्शी तरीके से होना चाहिए। जनादेश के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। यदि लोगों का जनादेश भाजपा के खिलाफ है, तो बीजेपी को किसी भी 'जुगाड़' या अन्य किसी चीज में शामिल नहीं होना चाहिए।' इसके साथ ही अब्दुल्ला ने कहा, 'राजभवन और केंद्र को लोगों के फैसले को उसी तरह स्वीकार करना चाहिए जिस तरह हमने संसदीय चुनावों में किया था।’