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Hindi News जम्मू और कश्मीर Lok Sabha Elections 2024: श्रीनगर लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला, 13 मई को होगी वोटिंग

Lok Sabha Elections 2024: श्रीनगर लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला, 13 मई को होगी वोटिंग

Lok Sabha Elections 2024: धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला बड़ा चुनाव हो रहा है। श्रीनगर लोकसभा सीट पर 13 मई को वोटिंग होनेवाली है।

फारुख अब्दुल्ला, लोकसभा चुनाव 2024- India TV Hindi Image Source : PTI चुनाव प्रचार करते फारुख अब्दुल्ला

Lok Sabha Elections 2024: श्रीनगर संसदीय क्षेत्र 13 मई को एक दिलचस्प चुनावी मुकाबले के लिए तैयार है। कुल 17,43,845 मतदाता मैदान में उतरे 24 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इस चुनाव में 2 लाख से ज्यादा मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। ये 18 से 20 आयु वर्ग के हैं और 13 मई 2024 को पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
 
धारा 370 हटने के बाद पहला बड़ा चुनाव

2019 के लोकसभा चुनाव के कुछ महीनों बाद जम्मू और कश्मीर में धारा 370 को हटा दिया गया और इसे विभाजित कर केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया गया था। इसके बाद यहां पहली बार बड़ी चुनावी लड़ाई हो रही है। कश्मीर के पांच जिलों में फैले श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र में रोचक मुकाबला हो रहा है। यहां जहां 17,43,845 मतदाता उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए तैयार हैं। इनमें 8,73,426 पुरुष और 8,70,368 महिलाएं हैं जबकि 51 अन्य ट्रांसजेंडर हैं।

पांच जिलों में 2135 मतदान केंद्र

भारत चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, श्रीनगर, गांदरबल, बडगाम, पुलवामा और शोपियां के पांच जिलों में 2135 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रमुख दावेदारों में नेशनल कॉन्फ्रेंस से आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से वहीद-उर-रहमान पारा हैं। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव का प्रतिनिधित्व अमीर भट कर रहे हैं। वहीं मुहम्मद अशरफ मीर भी ताल ठोंक रहे हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस की अच्छी पकड़

श्रीनगर लोकसभा सीट के आंकड़ों पर नज़र डालें तो इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस की अच्छी पकड़ रही है। 1977 से 2014 को छोड़कर 2019  तक लगातार इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीत दर्ज की है। 2019 के लोकसभा चुनावों में, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला 1,06,596 वोट हासिल करके विजयी हुए। हालांकि, 2014 में स्थिति बदल गई थी जब पीडीपी के तारिक हमीद कर्रा ने 1,57,923 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। उन्होंने फारूक अब्दुल्ला को शिकस्त दी थी।

कश्मीर की पांच सीटों में से तीन पर एनसी का कब्जा

जम्मू-कश्मीर में कुल पांच लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से तीन पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का कब्जा है और दो पर बीजेपी का कब्जा है।  श्रीनगर लोकसभा सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ रहा है। पार्टी ने 1947 के बाद से 15 संसदीय चुनावों में से 12 बार सीट पर कब्जा किया है। एक रोमांचक चुनावी मुकाबले के लिए मंच तैयार होने के साथ सभी की निगाहें श्रीनगर के मतदाताओं पर हैं क्योंकि वे तैयारी कर रहे हैं। 

इस बार हालात बिल्कुल अलग

श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में हमेशा लोगों की पहली पसंद अब्दुल्ला परिवार रहा है। इस बार हालात बिलकुल अलग दिख रहे हैं इस लिहाज़ से श्रीनगर लोकसभा सीट एक हाई प्रोफाइल सीट के साथ साथ संवेदनशील सीट भी मानी जाती हैं, क्योंकि पिछले 35 साल में अलगावाद और हिंसा के कारण इस क्षेत्र में बेहद कम वोटिंग हुई है। लेकिन मौजूदा हालात बिलकुल अलग दिख रहे हैं। इस बार लोग खुलकर अपने वोट का इस्तेमाल करने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।