जम्मू-कश्मीर की सबसे हाई प्रोफाइल अनंतनाग-पुंछ-राजौरी लोकसभा सीट के लिए आज पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और नेशनल कान्फ्रेंस के उम्मीदवार मियां अल्ताफ ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इनके अलावा कुछ और अन्य उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया। आज सुबह ढोल-बाजे के साथ सबसे पहले यहां नेशनल कांफ्रेंस के वाइस प्रेसिडेंट उमर अब्दुल्लाह अपने उम्मीदवार मियां अल्ताफ का साथ नामांकन दाखिल कराने पहुंचे।
महबूबा मुफ्ती ने बेटी के साथ दाखिल किया नामांकन
इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने अपना नामांकन पत्र भरा। मुफ्ती के साथ उनकी बेटी इल्ताजा मुफ्ती और सभी बड़े नेताओं मौजूद थे। नामांकन दाखिल करने से पहले महबूबा अपने पिता के मजार पर जाकर उनका आर्शीवाद लिया। नामांकन पत्र भरने के बाद महबूबा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह चुनाव बिजली, सड़क और पानी के लिए नहीं है, बल्कि 2019 के उस फैसले के खिलाफ है, जब अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया था। यह समय अपने हक के लिए खड़े होने का है। यह चुनाव एनसी, पीडीपी के लिए नहीं है, बल्कि हमसे जो छीना गया है, उसे वापस पाने के लिए है।
केंद्र पर बोला हमला
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ये चुनाव बिजली, पानी, सड़क के लिए नहीं है, ये चुनाव जम्मू-कश्मीर में 2019 के बाद हमारी पहचान, हमारी ज़मीन यहां तक हमारे नौजवानों की नौकरियों पर जो हमला हो रहा है उसके खिलाफ खड़े होने का समय है। जम्मू-कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील किया गया है...हमें बंधुआ मजदूरी बनाने की कोशिश की जा रही है।
चार जिलो में फैला है अनंतनाग संसदीय क्षेत्र
महबूबा ने लोगों से अपील की कि वे इस बार चुनाव का बहिष्कार न करें, बल्कि वोट दें। बता दें कि यह चुनावी क्षेत्र चार ज़िलों में फैसला। जिसमें कुलगाम अनंतनाग शोपियां और पुलवामा आता था। लेकिन नई परिसमन के बाद इस लोकसभा क्षेत्र में पुलवामा और शोपियां को हटा कर पुंछ-राजौरी को जोड़ दिया गया हैं। इसके कारण इस बार इस चुनावी क्षेत्र की तस्वीर बिलकुल अलग दिख रही हैं। अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट में कुल 1,925,450 वोट हैं, जिनमें से लगभग 11 लाख वोट दक्षिण कश्मीर से और 8 लाख से अधिक वोट राजौरी और पुंछ जिलों से हैं।