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Hindi News जम्मू और कश्मीर फारूक अब्दुल्ला ने किया बड़ा ऐलान, बोले- पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला बारामूला से लडे़ंगे चुनाव

फारूक अब्दुल्ला ने किया बड़ा ऐलान, बोले- पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला बारामूला से लडे़ंगे चुनाव

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर नेशनल कांफ्रेंस ने आज अपने दो दिग्गज नेताओं को मैदान में उतार दिया है। पार्टी ने उमर अब्दुल्ला और अग़ा रुहुला पर भरोसा जताया है।

Farooq Abdullah and Omar Abdullah- India TV Hindi Image Source : INDIA TV फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर के क्षेत्रीय पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने 2 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। इसके लिए आज जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। इस दौरान डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने ऐलान कर बताया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दो उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। जिनमें से एक नाम जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला का है।

फारूक अब्दुल्ला ने आगे बताया कि "उत्तरी कश्मीर यानी बारामूला से उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ेंगे और सेंट्रल कश्मीर से अग़ा रुहुला चुनाव लड़ेंगे।" जानकारी दे दें कि अग़ा रुहुला (Agha Rouhallah) श्रीनगर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के शिया नेता हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उमर ने बीजेपी पर निशाना भी साधा है।

'जमानत जब्त करवा दूंगा'

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर बीजेपी दावा करती है कि वह मजबूत है तो आए मैदान में और खुद के उम्मीदवार उतारे न की कठपुतली के दम पर लड़े। और अगर मैंने इस चुनाव में उनकी जमानत न जब्त करवा दी तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर उमर ने कहा  कि ये सुप्रीम कोर्ट का फैसला है, पीएम हम पर कोई मेहरबानी नहीं कर रहे। अगर विधानसभा चुनाव का ऐलान सुप्रीम कोर्ट की दखलअंदाजी से पहले हो जाता है तो ये अच्छी बात होगी। हमारे सांसद पार्लियामेंट में हमारे लोगों के लिए लड़ रहे हैं और हम लड़ते रहेंगे। हमारी लड़ाई किसी अकेले व्यक्ति से नहीं है बल्कि इनके उम्मीदवारों के पीछे जो ताकत है उससे है।

'बीजेपी परिवारवाद से भरी'

उमर ने आगे कहा कि बीजेपी उन परिवारों के खिलाफ नहीं है जिनका तालुक राजनीति से है बल्कि उन परिवारों के खिलाफ है जो बीजेपी के विपक्ष में हैं। बीजेपी परिवारवाद से भरी पड़ी है। आज हम इमरजेंसी में ही जी रहे हैं। इंदिरा गांधी में इमरजेंसी लगाने की हिम्मत थी। आज के हालात उससे भी बुरे हैं, लेकिन हम इसे इमरजेंसी नहीं कर सकते। लोकतंत्र इंदिरा गांधी के समय की तुलना में आज ज्यादा खतरे में हैं। उस समय कोई विपक्ष का नेता गिरफ्तार नहीं हुआ था, लेकिन आज विपक्ष के सारे नेता जेल भेजे जा रहे हैं।

अग़ा रुहुला ने भी रखी अपनी बात

अग़ा रुहुला ने अपने नाम के ऐलान के बाद कहा कि मैं लोगों की भावना से जुड़ूंगा और अपनी भावनाएं भी उनसे व्यक्त करूंगा।' एकता अच्छी है और मुझे खुशी होती अगर सभी राजनीतिक दल एक साथ चुनाव लड़ते। हम अभी भी अपना दृष्टिकोण सुधार सकते हैं।

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