जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में गुरुवार दो VDG (विलेज डिफेंस ग्रुप) सदस्यों की हत्या के बाद सेना ने आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वहीं, सोपोर में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों और सेना के जवानों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। भारतीय सेना की तरफ से बताया गया है कि यह मुठभेड़ जारी है।
किश्तवाड़ में जिन दो लोगों की हत्या हुई है, वह दोनों पेशे से गड़रिया थे और अपने मवेशियों को चराने के लिए रोज की तरह मुनजला धार (अधवारी) गए थे। लेकिन इस बार वे वापस अपने घर नहीं लौटे।
कश्मीर टाइगर्स ने ली जिम्मेदारी
मृतकों की पहचान नजीर अहमद पुत्र मोहम्मद खलील और कुलदीप कुमार पुत्र अमर चंद के रूप में हुई है, दोनों ही ओहली कुन्तवाड़ा के निवासी थे। परिवार और स्थानीय लोगों को तब शक हुआ जब दोनों शाम तक अपने घर नहीं पहुंचे। इसके बाद से इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है, और सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इस बीच, आतंकवादी संगठन "कश्मीर टाइगर्स" ने इस हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए बयान जारी किया है। संगठन ने दावा किया है कि ये हत्या उन्होंने इस्लाम और कश्मीर की आजादी के नाम पर की है।
सोपोर में मुठभेड़
वीजीडी सदस्यों की हत्या के बाद क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है और मामले की जांच में जुट गई है। इस घटना के बाद पुलिस और सेना ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इस बीच सोपोर के सागीपोरा में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। संयुक्त सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई। माना जा रहा है कि दो आतंकवादी मौजूद हैं।
भारतीय सेना की तरफ से बताया गया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पानीपुरा, सोपोर, बारामुल्ला में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में सैनिकों ने प्रभावी ढंग से कार्रवाई की। मुठभेड़ जारी है।