'जम्मू-कश्मीर में 15 सीटों से ज्यादा लाकर दिखाओं', महबूबा मुफ्ती का BJP को चैलेंज
महबूबा मुफ्ती ने कहा, जम्मू-कश्मीर में कभी भी भाजपा की सरकार नहीं बनेगी। जम्मू-कश्मीर में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार होगी। जम्मू-कश्मीर में जो भी सरकार बनेगी, पीडीपी (उसके लिए) एक महत्वपूर्ण कारक होगी।
जम्मू: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में कभी भी भाजपा की सरकार नहीं बनेगी और किसी भी ‘‘धर्मनिरपेक्ष सरकार’’ का गठन उनकी पार्टी के समर्थन के बिना नहीं हो सकता। मुफ्ती ने बीजेपी को सामने से एक चुनौती दे दी है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी 15 सीटों को भी पार नहीं कर पाएगी। मुफ्ती ने भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में किसी भी ‘‘धर्मनिरपेक्ष सरकार’’ के गठन का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त की। महबूबा मुफ्ती ने एक चुनावी रैली से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में कभी भी भाजपा की सरकार नहीं बनेगी। जम्मू-कश्मीर में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार होगी। जम्मू-कश्मीर में जो भी सरकार बनेगी, पीडीपी (उसके लिए) एक महत्वपूर्ण कारक होगी।’’
'हमारा लक्ष्य BJP को सत्ता से दूर रखना है'
सरकार गठन के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ हाथ मिलाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य भाजपा को सत्ता से दूर रखना है। पीडीपी भाजपा को दूर रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में किसी भी धर्मनिरपेक्ष सरकार के गठन का समर्थन करेगी।’’ भाजपा के 50 से अधिक सीट जीतने और ‘‘जम्मू क्षेत्र’’ से मुख्यमंत्री चुनने के दावे के बारे में पूछे जाने पर पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘‘उसके (भाजपा) पास अपने उपराज्यपाल और प्रधानमंत्री हैं। इतने सालों में उन्होंने जम्मू के लिए क्या किया है? अगर वे ‘‘जम्मू क्षेत्र से मुख्यमंत्री’’ को विकल्प के तौर पर पेश करते हैं, तो उन्हें जम्मू से ही उपराज्यपाल नियुक्त करना चाहिए था। भाजपा 15 सीट का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी।’’
PM मोदी को दिया जवाब
महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘‘तीन परिवारों’’ को लेकर की गई आलोचना का भी जवाब दिया, उन्होंने याद किया कि कैसे उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कश्मीर में अशांति के समय ‘‘भारतीय ध्वज को थामे रखा।’’ बिस्नाह, आरएस पुरा और जम्मू में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने मुफ्ती परिवार को ‘‘राष्ट्र-विरोधी’’ करार देने और आतंकवाद के उदय के लिए उन्हें दोषी ठहराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की। महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘‘वे हमारी आलोचना करने के लिए यहां आते हैं। उनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है। वे किसके विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं? मुफ्ती मोहम्मद सईद वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने 1960 के दशक से ही कश्मीर में भारत का झंडा ऊंचा रखा है।’’
'मुफ्ती साहब ही थे, जिन्होंने कश्मीर में भारतीय ध्वज को थामे रखा'
पीडीपी प्रमुख ने दावा किया, ‘‘जब नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आजादी के लिए अभियान चलाया और पाकिस्तान में शामिल होने की बात की, तो यह मुफ्ती साहब ही थे, जिन्होंने कश्मीर में भारतीय ध्वज को थामे रखा और अब, वे लोग उनकी पार्टी (पीडीपी) को राष्ट्र-विरोधी कहते हैं।’’ (भाषा इनपुट्स के साथ)
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