J&K Phase 3 Voting: दांव पर लगी कई दिग्गजों की साख, इन 2 पूर्व उपमुख्यमंत्रियों की किस्मत भी EVM में होगी कैद
जम्मू में बीजेपी की साख दांव पर लगी है तो कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के साथ ही इंजीनियर राशिद की आवामी इत्तेहाद पार्टी और सज्जाद लोन के पीपुल्स कॉन्फ्रेंस भी अहम फैक्टर है। वोटिंग को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण के लिए आज 40 सीटों पर वोटिंग हो रही है। सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है जो कि शाम 5 बजे तक चलेगी। तीसरे चरण की जिन 40 सीटों पर आज चुनाव है, उसमें 24 सीटें जम्मू रीजन की है तो 16 सीटें कश्मीर रीजन की हैं। आज की 40 सीटों पर 415 कैंडिडेट मैदान में हैं जिनकी किस्मत का फैसला 39 लाख मतदाता करेंगे। इस अहम चरण में सात जिलों जम्मू संभाग के जम्मू, उधमपुर, सांबा और कठुआ तथा कश्मीर संभाग के बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा की कुल 40 सीट के लिए मतदान होगा।
इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर
इस चरण में 2 पूर्व उपमुख्यमंत्रियों तारा चंद (कांग्रेस), मुजफ्फर बेग, पूर्व मंत्री सज्जाद लोन और नेशनल पैंथर्स पार्टी इंडिया के अध्यक्ष देव सिंह जैसे प्रमुख नेताओं की किस्मत दांव पर है। लोन कुपवाड़ा की दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि सिंह उधमपुर की चेनानी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इनके अलावा ये प्रमुख उम्मीदवार मैदान में हैं-
- पूर्व मंत्री रमन भल्ला (आरएस पुरा)
- उस्मान माजिद (बांदीपुरा)
- नजीर अहमद खान (गुरेज़)
- ताज मोहिउद्दीन (उरी)
- बशारत बुखारी (वागूरा-क्रीरी)
- इमरान अंसारी (पट्टन)
- गुलाम हसन मीर (गुलमर्ग)
- चौधरी लाल सिंह (बसोहली)
- राजीव जसरोटिया (जसरोटा)
- मनोहर लाल शर्मा (बिलावर)
- शाम लाल शर्मा और अजय कुमार सधोत्रा (जम्मू उत्तर)
- मूला राम (मढ़)
- चंद्र प्रकाश गंगा और मंजीत सिंह (विजापुर)
सबसे अधिक जम्मू रीजन की 24 सीटों पर वोटिंग
अंतिम चरण में जम्मू जिले में सबसे अधिक 109 उम्मीदवार मैदान में हैं, इसके बाद बारामूला में 101, कुपवाड़ा में 59, बांदीपोरा में 42, उधमपुर में 37, कठुआ में 35 और सांबा जिले में 32 उम्मीदवार मैदान में हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन उनके शीर्ष नेताओं ने इस चरण के लिए अलग-अलग प्रचार किया है। राहुल गांधी ने जम्मू शहर और सोपोर में जनसभाओं को संबोधित किया, जो पहले अलगाववाद और उग्रवाद के लिए जाना जाता था।
इंजीनियर रशीद ने किया जोरदार प्रचार
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन और अवामी इत्तेहाद पार्टी के प्रमुख शेख अब्दुल रशीद, जिन्हें इंजीनियर रशीद के नाम से भी जाना जाता है, ने इस चरण में जोरदार चुनाव प्रचार किया। दोनों दल राजनीति के नए क्षेत्रीय खिलाड़ी के तौर पर उभरने की कोशिश कर रहे हैं। रशीद की पार्टी ने उनके भाई खुर्शीद अहमद को लंगेट से मैदान में उतारा है जबकि लोन की पार्टी दो सीट पर चुनाव लड़ रही है। नये घटनाक्रम में उत्तर कश्मीर के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में जमात-ए-इस्लामी समर्थित उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं जिससे चुनाव रोचक हो गया है।
BJP का बहुत कुछ दांव पर
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद ये पहला चुनाव है। वोटिंग को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। 2014 के बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में इस बार 90 सीटों पर वोटिंग हो रही है। जम्मू में बीजेपी की साख दांव पर लगी है तो कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के साथ ही इंजीनियर राशिद की आवामी इत्तेहाद पार्टी और सज्जाद लोन के पीपुल्स कॉन्फ्रेंस भी अहम फैक्टर है।
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