श्रीनगर: जेल में बंद कश्मीरी मौलवी सरजान अहमद वागय ने जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल और बीरवाह निर्वाचन क्षेत्र से गुरुवार को नामांकन दाखिल किया। बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी गांदेरबल से चुनाव लड़ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही एक अन्य निर्वाचन क्षेत्र से सरजान का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया था क्योंकि उसने कुछ जरूरी कागजात जमा नहीं किए थे। 2016 की गर्मियों में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद अशांति के दौरान सरजान अहमद वागय चर्चा में आया था।
जैनपोरा से खारिज हो गया था सरजान का पर्चा
बता दें कि इससे पहले सरजान ने गंदेरबल और बीरवाह से पहले शोपियां के जैनपोरा विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया था। हालांकि, उसका नामांकन इसलिए खारिज कर दिया गया क्योंकि कागजात में जरूरी प्रमाण पत्र शामिल नहीं था, जिस पर जेल अधिकारियों द्वारा विधिवत हस्ताक्षर किया जाना था। सरजान के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को उसकी ओर से गंदेरबल के साथ-साथ बीरवाह सीट से पर्चा दाखिल किया। सरजान को पहली बार 8 साल पहले गिरफ्तार किया गया था और उस पर लोक सुरक्षा कानून के तहत केस दर्ज किया गया था। पिछले साल सरजान को फिर गिरफ्तार किया गया और उस पर UAPA के तहत आरोप लगाए गए।
उमर अब्दुल्ला भी 2 सीटों से लड़ रहे हैं चुनाव
NC नेता उमर अब्दुल्ला भी गंदेरबल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और ऐसे में सरजान और उनके बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल सकता है। बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने जहां बुधवार को गांदरबल से नामांकन दाखिल किया था वहीं गुरुवार को उन्होंने बडगाम सीट से भी पर्चा भरा। इस तरह दो सीटों से चुनाव लड़ रहे उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा था कि उनका दो सीटों से चुनाव लड़ना कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत की निशानी है, यह नेशनल कॉन्फ्रेंस की ताकत का सबूत है। उन्होंने कहा था कि चाहे बारामूला हो, श्रीनगर हो या अनंतनाग, नेशनल कॉन्फ्रेंस के पक्ष में लहर है और हमें उम्मीद है कि पार्टी सफल होगी तथा गठबंधन के उम्मीदवार भी जीतेंगे। (भाषा)