A
Hindi News जम्मू और कश्मीर जम्मू कश्मीर: वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले रास्तों पर सिगरेट और तंबाकू बेचने पर बैन, जारी किया गया आदेश

जम्मू कश्मीर: वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले रास्तों पर सिगरेट और तंबाकू बेचने पर बैन, जारी किया गया आदेश

जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले रास्तों पर सिगरेट और तंबाकू बेचने और उसके भंडारण पर बैन लगाया गया है। जिला मजिस्ट्रेट विशेष महाजन ने इस बात की जानकारी दी है।

Vaishno Devi temple- India TV Hindi Image Source : FILE+ANI जिला मजिस्ट्रेट विशेष महाजन का बयान आया सामने

कटरा: हर साल वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु जम्मू जाते हैं। ऐसे में यहां पूरे मार्ग पर शराब, मांस और तंबाकू उत्पादों पर बैन है। इसके बावजूद लोग सिगरेट और तंबाकू का सेवन करते हैं। इस पर कड़ा एक्शन लेते हुए सरकार ने यात्रा मार्ग पर इन नशीले पदार्थों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है।

जिला मजिस्ट्रेट का बयान आया सामने

जिला मजिस्ट्रेट विशेष महाजन ने कहा, 'लोग बड़ी श्रद्धा के साथ माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आते हैं, इसे देखते हुए पूरे मार्ग पर शराब और मांस प्रतिबंधित है लेकिन प्रतिबंध के बावजूद लोग सिगरेट और तंबाकू का सेवन करते पाए गए। इसलिए हमने कटरा के नोमाई चेक पोस्ट, पंथाल चेक पोस्ट, ताराकोट मार्ग के शुरुआती बिंदु से माता वैष्णो देवी भवन तक किसी भी तरह के तंबाकू की बिक्री, भंडारण और खपत पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है।'

प्रसाद के रूप में पेड़-पौधे दिए जाने की आई थी खबर

हालही में खबर सामने आई थी कि माता के दरबार में हाजिरी लगाने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में पेड़-पौधे दिए जाएंगे। श्री माता वैष्णो देवी जी श्राइन बोर्ड प्रशासन ने इसके लिए नॉर्थ इंडिया की हाईटेक नर्सरी तैयार की है।

श्री माता वैष्णो देवी जी श्राइन बोर्ड प्रशासन ने उत्तर भारत की हाईटेक नर्सरी तैयार की है, जिसमें अनेक पेड़-पौधे तैयार किए गए हैं। बोर्ड प्रशासन मुख्य रूप से जम्मू कश्मीर में अधिकतम पाए जाने वाले पेड़ पौधों को प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को देने जा रहा है।

बोर्ड प्रशासन ने त्रिकूट पर्वतों में 5 लाख के करीब पेड़ पौधे लगाने का दावा भी किया है। इसके साथ ही श्राइन बोर्ड प्रशासन का यह भी दावा है कि हाईटेक नर्सरी में तैयार हो रहे पेड़ पौधों को श्री माता वैष्णो देवी जी के त्रिकूट पर्वतों पर लगाया जाएगा, जिससे हरियाली में चार चांद लग जाएंगे। हाईटेक नर्सरी का फायदा स्थानीय लोग भी ले रहे हैं क्योंकि उनको कम दामों में हर एक पेड़ पौधा मिल रहा है।