जम्मू: देश भर से 15,500 से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडित मतदाता बुधवार को जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 24 मतदान केंद्रों पर मतदान करने के पात्र हैं। केंद्र शासित प्रदेश के छह जिलों के 26 विधानसभा क्षेत्रों में 25 सितंबर को मतदान होना है। दूसरे चरण के लिए होने वाले मतदान में 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। विस्थापित कश्मीरी पंडित मध्य कश्मीर के श्रीनगर, बडगाम और गांदरबल जिलों के 15 खंडों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
राहत एवं पुनर्वास आयुक्त अरविंद करवानी ने बताया, "15,500 से अधिक कश्मीरी प्रवासी मतदाता दूसरे चरण के चुनाव के लिए जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में बनाए गए 24 विशेष मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं।" चुनाव प्रक्रिया की निगरानी कर रहे करवानी ने कहा कि जम्मू में 14,700 से अधिक कश्मीरी पंडित मतदाता पंजीकृत हैं, जो यहां 19 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार दिल्ली में चार मतदान केन्द्रों पर वोट डालने के लिए 600 से अधिक कश्मीरी प्रवासी मतदाता पंजीकृत हैं, जबकि उधमपुर में ऐसे ही एक मतदान केन्द्र पर 350 से अधिक कश्मीरी प्रवासी मतदाता पंजीकृत हैं।
दूसरे चरण के लिए प्रचार अभियान थमा
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार अभियान सोमवार शाम को थम गया। दूसरे चरण के प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जहां सत्तारूढ़ दल के पक्ष में दो रैली की, वहीं राहुल गांधी ने कांग्रेस और गठबंधन के लिए वोट मांगे। भाजपा और कांग्रेस की तरफ से कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर सहित केंद्र शासित प्रदेश के छह जिलों में फैले 26 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की। इस धमाकेदार प्रचार अभियान में लोगों से भावनात्मक अपील के साथ ही प्रतिद्वंद्वियों के बारे में ‘‘अभद्र’’ टिप्पणियां तक देखने को मिलीं।