J&K में जीत के बाद उमर अब्दुल्ला के बेटों के भी हौसले बुलंद, जमीर ने बताया आगे का प्लान
उमर अब्दुल्ला के बेटे जहीर और जमीर अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लिया था और पिता के सपोर्ट में प्रचार करते दिखे। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब जमीर अब्दुल्ला की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला फिर से जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बनेंगे। उमर अब्दुल्ला अब जम्मू-कश्मीर में रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। राज्य में अनुच्छेद 370 हटने के बाद वह पहले मुख्यमंत्री होंगे। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। बता दें कि उमर अब्दुल्ला के बेटे जहीर और जमीर अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लिया था और पिता के सपोर्ट में प्रचार करते दिखे। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब जमीर अब्दुल्ला की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। जमीर ने कहा, केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस को कमजोर करने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उन्हें जवाब दे दिया है।
'पूर्ण राज्य का दर्जा कोई मुद्दा नहीं, बल्कि अधिकार है'
आगे उन्होंने कहा, हमारे लिए बेरोजगारी, बिजली मुद्दे हैं। पूर्ण राज्य का दर्जा कोई मुद्दा नहीं, बल्कि अधिकार है। लोकतंत्र की तरह यह हमारा अधिकार है। हम निश्चित रूप से (राज्य के दर्जे के लिए) अदालत जाएंगे। राज्य के दर्जे के बिना हम कुछ भी नहीं हैं। 2019 में उन्होंने हमें विभाजित कर दिया। हमारे पास कुछ भी नहीं बचा। वे उपराज्यपाल को यहां लाए, जो यहां से नहीं हैं, लेकिन उन्हें राजा बना दिया गया। हमारे पास जनादेश है और हम जम्मू-कश्मीर की सरकार है।"
'जो हमें खत्म करने आए थे, मैदान में उनका कोई नामोनिशान नहीं रहा'
बता दें कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल और बडगाम सीट पर चुनाव लड़ा और जीता भी। गांदरबल विधानसभा सीट पर पीडीपी के बशीर अहमद मीर को 10574 वोटों को मात दी। गांदरबल अब्दुल्ला परिवार का गढ़ है। जीत के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा है, पिछले 5 सालों में नेशनल कॉन्फ्रेंस को खत्म करने की कोशिश की गई, लेकिन जो हमें खत्म करने आए थे मैदान में उनका कोई नामोनिशान नहीं रहा।
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर उमर अब्दुल्ला की नसीहत
विधानसभा चुनाव में हार पर सिर्फ आम आदमी पार्टी ही नहीं बल्कि कांग्रेस के दूसरे सहयोगी भी पार्टी को नसीहत दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने जहां अहंकार छोड़ने की बात कही तो वहीं, उद्धव ठाकरे की पार्टी ने सलाह दी कि, कांग्रेस को अब रणनीति पर मंथन करने की जरुरत है क्योंकि सीधी फाइट में वो बीजेपी से हार जाती है। साथ ही जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की सहयोगी रही नेशनल कांफ्रेंस ने भी मंथन करने की सलाह दी।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस को हरियाणा में अपनी हार के कारणों का पता लगाने के लिए गहराई से आत्मचिंतन करना चाहिए। हरियाणा में भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी करने जा रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था।
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