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Hindi News जम्मू और कश्मीर पाकिस्तान आतंकवादियों को दे रहा अब और भी खतरनाक ट्रेनिंग, घाटी में आतंकी के एनकाउंटर के बाद हुआ खुलासा

पाकिस्तान आतंकवादियों को दे रहा अब और भी खतरनाक ट्रेनिंग, घाटी में आतंकी के एनकाउंटर के बाद हुआ खुलासा

पिछले दिनों सेना ने पीओके निवासी एक आतंकी को मार गिराया था। इस कार्रवाई के बाद खुलासा हुआ था कि अब पाकिस्तान आतंकियों को सेना के कमांडों की तरह ट्रेनिंग दे रहा है। इसके साथ ही उन्हें मार्शल आर्ट्स की भी ट्रेनिंग भी दी जा रही है।

JAMMU-KASHMIR- India TV Hindi Image Source : FILE पाकिस्तान आतंकियों को दे रहा अब और भी खतरनाक ट्रेनिंग

श्रीनगर: इस महीने की शुरुआत से ही जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और सुरक्षाबल के बीच मुठभेड़ चल रही हैं। कई जगहों पर अभी भी मुठभेड़ चल रही है। कई आतंकियों को ढेर किया जा चुका है। हालांकि इस दौरान सेना और पुलिस के अधिकारी भी शहीद हुए हैं। इसी दौरान इस महीने की शुरुआत में एक मुठभेड़ के दौरान मारे गए एक आतंकवादी की पहचान पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के पनाग कोटली के निवासी शकील जांबाज के रूप में की गई है।

इस आतंकी की मौत के बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान अब भारत में दहशत फैलाने के लिए उन्हें नए तरीकों से ट्रेंड कर रहा है। इन आतंकियों को पाकिस्तानी सेना की विशेष बल इकाई स्पेशल सर्विस ग्रुप (एसएसजी) कमांडो की तरह तैयार किया जा रहा है। इन्हें अकी उन्नत हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। बताया जा रहा है कि शकील को न केवल हथियार मुहैया कराए गए बल्कि उसे मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण भी दिया गया।

Image Source : INDIA TVशकील जांबाज के एनकाउंटर के बाद हुआ खुलासा

मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं पांच आतंकी 

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि इस सप्ताह राजौरी और अनंतनाग में तीन बड़ी आतंकी घटनाएं और बारामूला जिले के उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश देखी गई है। इन मुठभेड़ों में पांच आतंकवादियों को मार गिराया गया है। इसके साथ ही सुरक्षा बलों के चार जवान और एक कुत्ता इस कार्रवाई में शहीद हुए हैं।

वहीं अनंतनाग में सेना और आतंकियों के बीच पिछले 6 दिनों से चल रही मुठभेड़ अभी भी जारी है। रिपोर्टों के अनुसार, इलाके में भारी गोलाबारी हो रही है और सेना अनंतनाग के पहाड़ी इलाकों की गुफाओं में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। निरंतर निगरानी बनाए रखने और ड्रोन से सूक्ष्म हथियारों का उपयोग करके आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए सेना द्वारा मानव रहित हवाई वाहनों को नियोजित किया गया है।