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जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: इस सीट पर जीतना यानी मंत्री पद की गारंटी! जानें इतिहास

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासत की दुनिया में उथल पुथल शुरू हो गई है। नेता और पार्टियां चुनावी समीकरण सेट करने में जुटे हुए हैं। इस बीच सांबा जिले की एक सीट चर्चा में है।

Vijaypur- India TV Hindi Image Source : PTI/FILE विजयपुर सीट का इतिहास है बेहद दिलचस्प

सांबा: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। राज्य में 10 सालों के बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, जिससे राज्य की जनता और सियासी पार्टियों के बीच चर्चाओं और योजनाओं का दौर जारी है। इस बीच सांबा जिले की एक सीट चर्चा में है क्योंकि माना जाता है कि इस जीत को जीतना मंत्री पद के लिए रास्ता खोल देता है। इस सीट का नाम विजयपुर है, जो सांबा जिले के अंतर्गत आती है।

क्या है विजयपुर सीट का इतिहास?

  • इस सीट का इतिहास कुछ ऐसा रहा है कि जो नेता यहां से जीता, वह मंत्री बना। 
  • साल 2014 में इस सीट से चंद्र प्रकाश गंगा जीते थे और उन्हें उद्योग मंत्री बनाया गया था।  
  • साल 2008 में इस सीट से सुरजीत सिंह सलाथिया जीते और उन्हें उद्योग मंत्री बनाया गया। 
  • साल 2002 में मनजीत सिंह बसपा की टिकट से इस सीट पर चुनाव जीते थे और उन्हें कानून मंत्री बनाया गया था।
  • साल 1996 में नेशनल कॉन्फ्रेंस की टिकट से चुनाव लड़े सुरजीत सिंह सलाथिया इस सीट से जीते थे और उन्हें बिजली मंत्री बनाया गया था।
  • 2024 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर लोगों को ऐसा लग रहा है कि जो भी विजयपुर सीट से जीतेगा, वह मंत्री बनेगा। हालांकि ये होगा या नहीं, ये तो समय ही तय करेगा।

विजयपुर सीट पर तमाम नेताओं की नजर

चूंकि विजयपुर एक VIP सीट बन चुकी है, इसलिए सभी पार्टियों में इस सीट से टिकट पाने के दावेदार भी कई हैं। नेताओं का मानना है कि अगर वह इस सीट से जीत गए तो उनके भाग्य पर लगा ताला खुल सकता है और सियासत की सड़क पर उनकी गाड़ी तेजी से भाग सकती है।