जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को पुलिस ने सुरक्षा कारणों से डीकेजी रोड पर रोक दिया है। दरअसल महबूबा मुफ्ती पुंछ में मारे गए 3 नागरिकों के परिवार से मिलने के लिए शनिवार को निकली थीं। लेकिन पुंछ के बाफलियाज में ही उन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद वो धरने पर बैठ गईं। इस दौरान पीडीपी के अन्य भी भी वहां मौजूद थे। पुलिस द्वारा रोके जाने पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष रविंदर रैना भी यहां आ सकते हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता आ सकते हैं लेकिन वे हमें बताते हैं कि यहां कुछ खतरा है।
महबूबा मुफ्ती ने लगाया आरोप
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यहां सबसे बड़ा खतरा ये लोग हैं। वे नहीं चाहते कि हम उन परिवारों से मिले। फिर वे कुछ छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से जिले की सुरनकोट तहसील के देहरागली टोपीपीर में नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है। दरअशल संदिग्ध परिस्थितियों में यहां तीन नागरिकों की मौत हुई थी। इसका आरोप सेना पर भी लगाया गया था। इसी कारण महबूबा मुफ्ती आज मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए यहां आई थीं। लेकिन पुलिस ने महबूबा मुफ्ती को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए टोपीपीर जाने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद अपने वाहनों से उतरकर उन्होंने जबरदस्ती नाका तोड़ दिया और पैदली ही टोपीपीर की तरफ आगे बढ़ने लगी।
पुंछ में हुआ था आतंकी हमला
इस दौरान सुरक्षाबलों और पुलिस ने जब महबूबा मुफ्ती को आगे बढ़ने से रोका तो वह वहीं धरने पर बैठ गईं। उन्होंने कहा कि बाकी नेताओं को आगे क्यों जाने दिया जा रहा है। उन्होंने क्यों नहीं रोका जा रहा है। मुझे इसलिए रोका गया क्योंकि मेरे जाने से इनकी पोल खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि गांव में महिलाओं के साथ ज्यादती की गई है। बता दें कि बीते दिनों पुंछ में आतकी हमला देखने को मिला था। इसके बाद 3 नागरिकों की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश बरामद की गई थी। जिसके बाद से यह विवाद गर्माया हुआ है।