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Hindi News जम्मू और कश्मीर कश्मीर में मानव तस्करी रैकेट का हुआ भंडाफोड़, हैवानों के चंगुल से बचाई गईं 4 नाबालिग रोहिंग्या लड़कियां

कश्मीर में मानव तस्करी रैकेट का हुआ भंडाफोड़, हैवानों के चंगुल से बचाई गईं 4 नाबालिग रोहिंग्या लड़कियां

पुलिस ने विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर एक शख्स के घर पर छापा मारा और मानव तस्करी के एक बडे़ रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए वहां से 4 नाबालिग रोहिंग्या लड़कियों को बचा लिया।

Rohingya Girls, Rohingya Girls Trafficking, Rohingya Girls News- India TV Hindi Image Source : IANS पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में एक मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 4 नाबालिग रोहिंग्या लड़कियों को बचा लिया गया। पुलिस ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और रैकेट में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने का प्रयास जारी है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, तस्करी में शामिल शख्स के घर छापेमारी के दौरान 3 नाबालिग लड़कियों को बचाया गया जबकि एक लड़की को दूसरी जगह से रेस्क्यू किया गया। चारों लड़कियां म्यांमार की नागरिक हैं।

लड़कियों की तस्करी और उत्पीड़न में शामिल था आरोपी

पुलिस प्रवक्ता ने केस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विश्वसनीय सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर बारामूला पुलिस ने उशकुरा में मानव तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि उशकुरा निवासी शकील अहमद भट जम्मू-कश्मीर के बाहर से नाबालिग लड़कियों की तस्करी और उत्पीड़न में शामिल था। उन्होंने बताया कि इसके बाद बारामूला थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। प्रवक्ता ने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस की एक टीम ने भट के घर पर छापेमारी की थी।

मेहराज अहमद तांत्रे नाम के शख्स को बेची थी लड़की

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान म्यांमार के रोहिंग्या समुदाय की 3 नाबालिग लड़कियों को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान भट ने कबूल किया कि उसने कनलीबाग निवासी मेहराज अहमद तांत्रे को एक लड़की बेची थी। प्रवक्ता ने बताया कि भट और तांत्रे दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि म्यांमार में जारी तनाव के बीच पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमानों ने भारत के साथ-साथ कई अन्य देशों में शरण ली हुई है। एक तरफ जहां कई रोहिंग्या मुसलमान आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं, वहीं कहीं-कहीं उन्हें ज्यादतियों का भी शिकार होना पड़ा है।