A
Hindi News जम्मू और कश्मीर मतदान बारामूला के लिए लेकिन वोटिंग सेंटर दिल्ली में, जानें क्यों चुनाव आयोग ने की अनोखी व्यवस्था

मतदान बारामूला के लिए लेकिन वोटिंग सेंटर दिल्ली में, जानें क्यों चुनाव आयोग ने की अनोखी व्यवस्था

चुनाव आयोग ने 25 हजार मतदाताओं के लिए खास व्यवस्था की है। इनके लिए कुल 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 21 जम्मू में, चार दिल्ली में और एक मतदान केंद्र उधमपुर में है।

Representative Image- India TV Hindi Image Source : PTI प्रतीकात्मक तस्वीर

जम्मू-कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट के लिए पांचवे चरण में 20 मई को मतदान होगा और इस सीट के लिए देश के विभिन्न इलाकों में रह रहे 25 हजार से अधिक विस्थापित कश्मीर पंडित मतदान करने की अर्हता रखते हैं। बारामूला निर्वाचन क्षेत्र में मतदान की तैयारियां अंतिम दौर में है जहां के 17.32 लाख मतदाता 23 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। कुल मतदाताओं में 8.59 लाख महिलाएं हैं। माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन और नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला के बीच होगा। 

सहायक निर्वाचन अधिकारी (विस्थापित) रियाज अहमद ने बताया, "बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 20 मई को होने वाले मतदान के लिए कुल 25,821विस्थापित कश्मीरी मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। इनमें से 12,747 पुरुष मतदाता और 13,074 महिला मतदाता हैं।’’ उन्होंने बताया कि विस्थापितों के लिए कुल 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 21 जम्मू में, चार दिल्ली में और एक मतदान केंद्र उधमपुर में स्थापित किया गया है।"

मतदाताओं को मतदान केंद्र पर लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था

अहमद ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने कश्मीरी विस्थापित मतदाताओं को मतदान केंद्र पर लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था की है। सुविधा सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘परिवहन की व्यवस्था वहां मौजूद रहेगी जहां पर विस्थापितों की अधिक संख्या है।’’ अहमद ने बताया कि विस्थापित मतदाताओं के लिए वोट डालने के दो तरीके हैं। उन्होंने कहा, "सबसे पहले, वे एम-फॉर्म भरकर ऐसा कर सकते हैं, जो पूर्व सूचना है और वे विशेष रूप से उनके लिए स्थापित मतदान केंद्र में मतदान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि दूसरा विकल्प डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान करने का है, जिसके लिए उन्हें फॉर्म-12सी भरना होगा।"

तिहाड़ जेल से चुनाव लड़ रहे राशिद

इस सीट पर कड़ा मुकाबला है जिसके मद्देजनजर विभिन्न राजनीतिक दलों और स्वतंत्र समूह इन मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। दो बार के विधायक राशिद दिल्ली की तिहाड़ जेल से चुनाव लड़ रहे हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य फैयाज मीर भी मैदान में हैं। (इनपुट- पीटीआई भाषा)

यह भी पढ़ें-

'स्वाति मालीवाल बीजेपी के षड्यंत्र का हिस्सा', AAP का आरोप, आतिशी ने बताया उस दिन क्या हुआ था

ED ने पहली बार किसी पार्टी को बनाया आरोपी, केजरीवाल की भी बढ़ेंगी मुश्किलें; नई चार्जशीट में क्या-क्या आरोप?