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Hindi News जम्मू और कश्मीर जम्मू-कश्मीर में हो रही थी ‘कोडीन फॉस्फेट’ की स्मगलिंग, पुलिस ने बड़े गिरोह का किया भंडाफोड़

जम्मू-कश्मीर में हो रही थी ‘कोडीन फॉस्फेट’ की स्मगलिंग, पुलिस ने बड़े गिरोह का किया भंडाफोड़

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक गाड़ी से ‘कोडीन फॉस्फेट’ की 413 बोतलें बरामद हुई हैं जिन्हें तस्करी करके सोपोर और श्रीनगर ले जाया जा रहा था।

Codeine Phosphate, Codeine Phosphate Smuggling- India TV Hindi Image Source : PEXELS REPRESENTATIONAL जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में ‘कोडीन फॉस्फेट’ नाम के ड्रग्स की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ड्रग तस्करी के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों एक गाड़ी में ‘कोडीन फॉस्फेट’ की 413 बोतलें ले जाते हुए पकड़े गए थे। जांच में पता चला कि इन बोतलों को सोपोर और श्रीनगर पहुंचाया जाना था। पुलिस ने इस बड़ी बरामदगी के बाद कई और जगहों पर भी छापे मारे हैं।

यूपी और दिल्ली के निकले आरोपी

पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि ड्रग्स की एक खेप दिल्ली से श्रीनगर ले जाने के बारे में विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद पुलिस ने अनंतनाग में रास्ते पर कई चौकियां स्थापित कीं। प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान दूनीपोरा बिजबेहरा में एक गाड़ी को रोका गया, जिसमें कुल 3 लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि तलाशी में कार के दरवाजों में छिपाकर रखे गए मादक पदार्थ ‘कोडीन फॉस्फेट’ की 413 बोतलें बरामद हुईं। बोतलों की बरामदगी के बाद कार में सवार तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले मोंटी सिंह और नई दिल्ली के छतरपुर के रहने वाले आशीष बर्धवाज और राहुल के रूप में हुई है।

नोएडा के गोदाम में भी छापेमारी

प्रवक्ता ने बताया कि मामले में आगे जांच करने पर पता चला कि ‘कोडीन फॉस्फेट’ की यह खेप सोपोर और श्रीनगर पहुंचाई जानी थी। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद तुरंत एक्शन लेते हुए कई जगहों पर छापे मारे गए और सोपोर से एक स्थानीय तस्कर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। प्रवक्ता ने बताया कि नई दिल्ली में स्वापक नियंत्रण ब्यूरो यानी कि NCB के सहयोग से नोएडा के सेक्टर 135 में एक गोदाम पर छापा मारा गया, जहां भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि इस गिरोह के मुख्य आरोपी फरीदाबाद निवासी सचिन राणा और अरुण राणा की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने की कोशिशें जारी हैं।