जम्मू-कश्मीर की सियासत में भी बुलडोजर की एंट्री, बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता ने दिया बड़ा बयान
कविन्दर गुप्ता ने कहा, 'मेरा मानना है कि यह एक अच्छा और जरूरी कदम है, क्योंकि इससे बेहतर माहौल बनता है। अगर जम्मू-कश्मीर में मौका मिला तो हम इसी तरह के कदम उठाएंगे।'
जम्मू: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में बुलडोजर की एंट्री हो गई है। प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा, अगर हमें जम्मू कश्मीर में काम करने का मौका मिला तो यहां भी जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होंगे उनके खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी।
मौका मिला तो हम इसी तरह के कदम उठाएंगे
यहां जिन्होंने गुंडागर्दी के जरिए लोगों को डरा-धमकाकर संपत्ति जमा की है, उससे उचित तरीके से निपटा जाएगा। उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में ऐसा किया जा रहा है। मेरा मानना है कि यह एक अच्छा और जरूरी कदम है, क्योंकि इससे बेहतर माहौल बनता है। अगर जम्मू-कश्मीर में मौका मिला तो हम इसी तरह के कदम उठाएंगे।
उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप
दरअसल, शुक्रवार को एक सभा को संबोधित करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया। अब्दुल्ला ने कहा, भाजपा अपने शासन वाले राज्यों में मुसलमानों को दबाना चाहती है। उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के घरों और दुकानों पर बुलडोजर चलाए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है, जहां इसे गैरकानूनी बताया गया है। यूपी में हमारे मस्जिदों-मदरसों पर ताले लगाए जा रहे हैं। असम में भाजपा की हुकूमत में हर बार मुसलमानों को जलील करने की कोशिश की जाती है। मुसलमान जब इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, जब मुसलमानों का जनसैलाब आता है, तो उन्हें जिहादी कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार मुसलमानों को दबाना चाहती है। कर्नाटक में जब भाजपा की हुकूमत होती है, तब हमारी मां-बहनों को कहा जाता है कि पहले हिजाब उतारो फिर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में जाओ। हमें वैसी ताकत से जम्मू -कश्मीर को बचाना है जो यहां भी वैसी हालात पैदा करना चाहते हैं, जो हमारी आवाज को दबाना चाहते हैं।
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होगी वोटिंग
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में होंगे, पहले चरण के लिए मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और अंतिम चरण के लिए 1 अक्टूबर को होगा। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं। इनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं। यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है जबकि कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है। (IANS)