Budgam Election Result 2024 Live: बडगाम सीट पर उमर अब्दुल्ला ने लहराया परचम, दर्ज की बड़ी जीत
Budgam Election Result 2024 Live: जम्मू-कश्मीर की बडगाम विधानसभा सीट कई मायनों में अहम है। इस सीट को जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ माना जाता है लेकिन इस बार पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला का मुकाबला एक कद्दावर नेता आगा सैयद मुंतजिर मेहदी से था।
जम्मू कश्मीर में आज विधानसभा चुनाव चुनावों के नतीजे आ गए और इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने बाजी मार ली है। जम्मू कश्मीर की बडगमा विधानसभा सीट पर भी नतीजे आए जहां पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपना परचम लहरा दिया है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी PDP उम्मीदवार आगा सैयद मुंतजिर मेहदी को 18 हजार से भी ज्यादा मतों के अंतर से मात दी। बडगाम एक जनरल सीट है और JKNC, JKPDP इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य दल हैं। 2014 में भी इस सीट पर जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीत दर्ज की थी। तब नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के Gh Mohi-ud-din Bhat (muntazir) को हराया था।
बडगाम सीट की लड़ाई बेहद खास हो गई थी क्योंकि एक तरफ यहां से JKNC के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ताल ठोक रहे थे तो दूसरी तरफ JKPDP से आगा सैयद मुंतजिर मेहदी मैदान में थे। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरण में हुआ था। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को हुआ था।
मुकाबला किसके बीच?
बडगाम विधानसभा सीट में कुल 8 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे, जिसमें तीन निर्दलीय थे। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पीडीपी से आगा सैयद मुंतज़िर मेहदी, जम्मू और कश्मीर अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKANC) की तरफ से आगा सैयद अहमद मूसवी, सपा की तरफ से गजनफर मकबूल शाह और JKPDF की तरफ से निसार अहमद पाल चुनाव लड़े। इनके अलावा मुख्तार अहमद डार, मेहराज उद दीन गनाई और नजीर अहमद वानी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस बार विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और यह सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस के खाते में आई थी। ऐसे में इस बार यहां का चुनाव बेहद खास हो गया था।
बडगाम में किसका दावा मजबूत?
1962 में अस्तित्व में आई बडगाम विधानसभा सीट पर JKNC का दबदबा रहा है। पिछले 10 विधानसभा चुनावों में सिर्फ एक बार ऐसा हुआ है जब JKNC को हार का सामना करना पड़ा है। 1972 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अली मोहम्मद मीर ने यहां से जीत दर्ज की थी। उसके पहले और उसके बाद इस सीट से सिर्फ और सिर्फ JKNC प्रत्याशी को ही जीत मिली है। ऐसे में यह उमर अब्दुल्ला के लिए एक अच्छी सीट थी। हालांकि JKPDP प्रत्याशी आगा सैयद मुंतजिर मेहदी भी एक कद्दावर नेता हैं और अब्दुल्ला की राहें मुश्किल करने की पूरी ताकत रखते थे।
उमर अब्दुल्ला ने गंदेरबल और बडगाम दो विधानसभा क्षेत्रों से एक साथ चुनाव लड़ा। उमर की पूरी कोशिश थी कि बडगाम में पार्टी का दबदबा बरकरार रहे और वह इसमें कामयाब भी हुए। पहले उनकी लड़ाई थोड़ी मुश्किल मानी जा रही थी क्योंकि ऐसी खबरें आई थीं कि लोग इस इलाके में विकास कार्य न होने से गुस्से में हैं। वहीं, मुंतजिर की बडगाम के शिया इलाकों में अच्छी पकड़ थी और वह अब्दुल्ला को चौंकाने की पूरी क्षमता रखते थे।
2014 के चुनावों में क्या हुआ था?
2014 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रत्याशी ने बडगाम सीट से कड़ी लड़ाई में जीत हासिल की थी। उन चुनावों में JKNC प्रत्याशी आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी को 30090 वोट मिले थे जबकि JKPDP के प्रत्याशी मोहिउद्दीन भट्ट मुंतजिर ने 27303 वोटों के साथ कड़ी टक्कर दी थी। तीसरे नंबर पर JKPDF के फैयाज अहमद डार रहे जिनके नाम पर 6387 लोगों ने मुहर लगाई थी। नोटा को इस सीट पर 364 लोगों ने वोट किया था।
जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर रही क्योंकि राज्य में 10 सालों के बाद चुनाव हुए हैं। ऐसे में सियासी दलों के अलावा पूरे देश की जनता ये देखना चाहती थी कि जम्मू कश्मीर की जनता के मन में क्या है और वह किस पार्टी को अपना नेता मानती है।