बनिहाल: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए आज सुबह से ही वोटों की गिनती शुरू हो गई। ये चुनाव तीन चरणों में हुआ था, जिसमें पहले चरण का चुनाव 18 सितंबर, दूसरे चरण का चुनाव 25 सितंबर और तीसरे चरण का चुनाव एक अक्तूबर को हुआ था। आज कश्मीर की बनिहाल सीट पर सभी की नजरें गड़ी हुई थीं, इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रत्याशी सज्जाद शाहीन ने जीत दर्ज की है। सज्जाद शाहीन ने पीडीपी के प्रत्याशी इम्तियाज अहमद शान को 6110 वोटों के अंतर से हराया है। सज्जाद शाहीन को 33128 वोट मिले जबकि इम्तियाज अहमद शान को 27018 वोट ही मिल सके।
मुकाबला किसके बीच?
बनिहाल के चुनाव में 7 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे, जिसमें 2 निर्दलीय भी थे। इस सीट पर कांग्रेस पार्टी ने विकार रसूल वाली को उम्मीदवार बनाया। वहीं भाजपा ने मोहम्मद सलीम भट्ट को अपना प्रत्याशी बनाया। जेकेएनसी ने सज्जाद शाहीन और जेकेपीडीपी ने इम्तियाज अहमद शान को अपना प्रत्याशी बनाया।
बनिहाल में कौन ज्यादा मजबूत?
बनिहाल सीट की बात करें तो कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस का यहां पर काफी प्रभाव रहा है। साल 1972 के बाद से यहां पर तीन बार कांग्रेस तो तीन बार ही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीत हासिल की है। वहीं ये सीट दो बार निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में जा चुकी है। हालांकि इस बार इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने की बाजी मारी।
बनिहाल का चुनावी इतिहास
इस सीट के चुनाव इतिहास पर नजर डालें तो 1972 में कांग्रेस ने यहां जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1977 में जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीत हासिल की और फिर 1996 तक इस सीट पर पार्टी का कब्जा बना रहा। 1996 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद फारूख मीर ने इस सीट पर जीत हासिल कर ली। पांच साल बाद 2002 में भी एक अन्य निर्दल प्रत्याशी मौलवी अब्दुल राशिद ने यहां जीत दर्ज की। इसके बाद 2008 और 2014 में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की।
नतीजों पर पूरे देश की नजर
जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर है क्योंकि राज्य में 10 सालों के बाद चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में सियासी दलों के अलावा पूरे देश की जनता ये देखना चाहती है कि जम्मू कश्मीर की जनता के मन में क्या है और वह किस पार्टी को अपना नेता मानती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि जम्मू कश्मीर में किस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे और कौन पीछे रहेगा।