जम्मू-कश्मीर में अखिलेश यादव को लगा झटका, पार्टी का NOTA से भी बुरा हाल
जम्मू कश्मीर चुनाव में सबसे बड़ा झटका समाजवादी पार्टी को लगा है। अखिलेश यादव ने 20 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए थे, लेकिन एक भी सीट पर जीत नहीं मिली।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। हरियाणा में बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है, तो वहीं जम्मू कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को बहुमत मिला है। हालांकि, जम्मू कश्मीर चुनाव में सबसे बड़ा झटका समाजवादी पार्टी को लगा है। उत्तर प्रदेश के बाहर अपनी पार्टी के विस्तार की कोशिश में जुटे अखिलेश यादव ने जम्मू-कश्मीर की 20 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए थे। इनमें 5 सीटें जम्मू की और 15 सीटें कश्मीर की थीं। हालांकि, सपा एक भी सीट पर चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो पाई है।
कहां-कहां से सपा ने उतारे थे प्रत्याशी?
अभी तक के रुझानों में समाजवादी पार्टी को 0.14 फीसदी मत मिले हैं, जो NOTA से भी कम है। जम्मू-कश्मीर में NOTA को 1.48 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन करने वाली समाजवादी पार्टी के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है। सपा ने जिन सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे उनमें बारामूला, बांदीपोरा, वगूरा क्रीरी, करनाह, पट्टन, कुपवाड़ा, गुलमर्ग, रफीबाद, त्रेहगाम, लोलाब, विजयपुर, उधमपुर वेस्ट, चेनानी, नागरोटा, हजरतबल, बड़गाम, बीडवाह, हब्बाकदल, ईदगाह सीट शामिल है।
रुझानों में कौन कितनी सीटों पर आगे?
जम्मू कश्मीर में अब तक आए रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 48 सीटें, बीजेपी को 29 सीटें मिलती दिख रही हैं. जबकि अन्य के खाते में 13 सीटें जाने का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर में इस बार कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जबकि पीडीपी, बीजेपी और राशिद इंजीनियर की पार्टी समेत कई दल अकेले चुनाव लड़े थे। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। इससे पहले बीजेपी ने 2014 के चुनावों में 25 सीटें जीती थीं।
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