जौनपुर (उत्तर प्रदेश): समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज करते हुए मंगलवार को कहा कि काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उलट योगी ने गंगा में डुबकी नहीं लगाई क्योंकि वह अच्छी तरह जानते हैं कि प्रदेश की कोई भी नदी साफ नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने उस बयान पर भी माफी मांगने से इनकार किया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे के बारे में कहा था कि अंत समय में काशी में रहा जाता है।
अखिलेश यादव ने जौनपुर से समाजवादी रथ यात्रा शुरू किए जाने से पहले संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "देखिए हमारे मुख्यमंत्री कितने होशियार हैं। उन्होंने कल गंगा में डुबकी नहीं लगाई क्योंकि वह जानते हैं कि प्रदेश में एक भी नदी साफ नहीं है।" सपा अध्यक्ष ने कहा, "गंगा नदी को साफ करने की बात किसने कही थी? क्या गोमती नदी साफ हो गई? पैसा पानी की तरह बहाया गया लेकिन नदियां साफ नहीं हुईं। हमारे मुख्यमंत्री जानते हैं कि कोई भी नदी साफ नहीं है इसीलिए कल उन्होंने मां गंगा में डुबकी नहीं लगाई।"
उन्होंने कहा "मैं पिछले दिनों मेरठ गया था। वहां हिंडन नदी का पानी काला हो गया है। काली नदी तो पहले से ही काली है। यमुना नदी के किनारे भी काले हो चुके हैं। अगर चंबल नदी यमुना में न गिरे तो यमुना खत्म हो जाएगी।" गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था। इस दौरान उन्होंने गंगा नदी में डुबकी लगाई थी।
प्रधानमंत्री द्वारा काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के अवसर पर श्रमिकों के साथ खाना खाए जाने के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा "मैंने भी श्रमिकों के साथ भोजन किया है। सवाल यह है कि हमारे मजदूर भाइयों को हमेशा पोषण देने वाला भोजन उपलब्ध कराया जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश में श्रमिकों को गुणवत्तापूर्ण भोजन दिलाने की योजना पिछली सपा सरकार ने ही शुरू की थी। आखिर भाजपा सरकार ने इस योजना पर रोक क्यों लगा दी?"
प्रदेश की भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि डबल इंजन कि यह सरकार पहले ही 'पैदल' हो चुकी है। "अंत समय में काशी में ही रहा जाता है", संबंधी अपने बयान पर माफी मांगने की भाजपा की मांग पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा "आखिर कौन माफी मांगने को कह रहा है। भाजपा को मैं भी जानता हूं और आप भी। भाजपा इस बात का जवाब कब देगी कि काशी विश्वनाथ कॉरिडर परियोजना का काम कब शुरू हुआ था। अगर वह मंदिर में खड़ी होकर सच बोल दे तब आप मुझसे जवाब मांग सकते हैं।"
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को इटावा में संवाददाताओं से बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी के वाराणसी के दौरे और वहां पर एक महीने तक कार्यक्रम आयोजित किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा था "बहुत अच्छी बात है। एक महीना नहीं, दो महीना, तीन महीना वहीं रहें। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय पर वहीं रहा जाता है, बनारस में।" उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश के इस बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी।
Latest Uttar Pradesh News