A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश क्या होगा बृजभूषण सिंह का भविष्य? पहलवानों के आरोपों के बीच अयोध्या में होने वाली WFI की बैठक रद्द, जानें यहां

क्या होगा बृजभूषण सिंह का भविष्य? पहलवानों के आरोपों के बीच अयोध्या में होने वाली WFI की बैठक रद्द, जानें यहां

खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को निर्देश दिया है कि सभी टूर्नामेंट रद्द करे। रैंकिंग टूर्नामेंट भी रद्द करने के निर्देश दिए गए हैं। यहां तक कि इनमें महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के गढ़ माने जाने वाले गोंडा में चल रहे टूर्नामेंट भी रद्द करने के निर्देश दिए गए हैं

 भारतीय कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष बृज भूषण शरण सिंह- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO भारतीय कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष बृज भूषण शरण सिंह

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आज रविवार को होने वाली भारतीय कुश्ती संघ की सालाना आम सभा को रद्द कर दिया गया है। WFI विवाद के चलते ये फैसला लिया गया है। बैठक टालने का फैसला खेल मंत्रालय की रोक के चलते लिया गया है। खेल मंत्रालय ने इस खेल संस्था और उसके अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों को देखते हुए सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी है। पहलवानों के आरोपों की जांच पूरी होने तक WFI की सभी गतिविधियों पर रोक लगी रहेगी।

26 रेसलिंग फेडरेशन के सदस्यों को होना था शामिल 

आज अयोध्या के नंदिनी नगर स्पोटर्स स्टेडियम में ये बैठक होनी थी। आज की मीटिंग में देश भर के 26 रेसलिंग फेडरेशन के सदस्यों को शामिल होना था। माना जा रहा था कि अयोध्या की इस बैठक में भारतीय कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के इस्तीफे पर फैसला लिया जा सकता था। खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को निर्देश दिया है कि सभी टूर्नामेंट रद्द करे। रैंकिंग टूर्नामेंट भी रद्द करने के निर्देश दिए गए हैं। यहां तक कि इनमें महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के गढ़ माने जाने वाले गोंडा में चल रहे टूर्नामेंट भी रद्द करने के निर्देश दिए गए हैं। खेल मंत्रालय के फैसले के बाद अब 4 हफ्ते तक कुश्ती महासंघ की ना कोई बैठक होगी या ना ही कोई कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

संस्था के सहायक सचिव निलंबित

मंत्रालय ने शनिवार को ही डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों को देखते हुए संस्था के सहायक सचिव विनोद तोमर को निलंबित कर दिया था। मंत्रालय ने खेल निकाय के उचित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए तोमर को निलंबित किया। शुक्रवार को शरण के पुत्र प्रतीक ने कहा था कि उनके पिता इस खेल संस्था की बैठक के बाद उनके खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बयान जारी करेंगे। 

निगरानी समिति गठित करने की घोषणा

खेल मंत्रालय ने भले ही शरण को डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के कामकाज से दूर रहने के लिए कहा है, लेकिन शनिवार को वह नंदिनी नगर में आयोजित एक कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान मौजूद थे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शरण और उनकी संस्था के खिलाफ चोटी के पहलवानों की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को निगरानी समिति गठित करने की घोषणा की थी। इस समिति के नामों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। 

मंत्रालय ने शनिवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि उसने डब्ल्यूएफआई के खिलाफ खिलाड़ियों की ओर से लगाए गए विभिन्न आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति गठित करने के सरकार के फैसले से भारतीय कुश्ती महासंघ को अवगत करा दिया है। विज्ञप्ति में कहा गया था कि जब तक निगरानी समिति की औपचारिक नियुक्ति नहीं हो जाती और वह डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के कामों को नहीं संभालती, तब तक डब्ल्यूएफआई को तुरंत प्रभाव से अपनी सारी गतिविधियों को स्थगित करना होगा।

गौरतलब है कि बृज भूषण शरण सिंह पर देश के कुछ नामी पहलवानों ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इन पहलवानों में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया भी शामिल हैं।

ये भी पढ़ें-

"राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और पूरे दिन पीते थे, वे आदर्श नहीं थे" रिटायर्ड प्रोफेस ने दिया बयान

SP नेता अबू आजमी को जान से मारने की मिली धमकी, हाल ही में औरंगजेब का किया था समर्थन

Latest Uttar Pradesh News