Woman beaten Lalitpur police station: दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने यूपी के ललितपुर जिले के एक थाने में, एक महिला को कथित रूप से निर्वस्त्र करके बेल्ट से बुरी तरह पीटने के मामले में राज्य सरकार और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजा है। मानवाधिकार आयोग ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि पुलिस अधिकारी और उनके परिवार ने ना सिर्फ अपने पद का दुरुपयोग किया है, बल्कि पीड़िता को क्रूरता से मारा-पीटा भी है। मानवाधिकार आयोग ने एक बयान में कहा कि महरौली थाने के पुलिसकर्मी द्वारा उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में एक महिला को निर्वस्त्र करके उसे बेल्ट से पीटने और क्रूरता से प्रताड़ित करने संबंधी मीडिया पर आयी खबरों पर आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है।
आरोपियों पर मुकदमा दर्ज
बता दें, ललितपुर के महरौनी कोतवाली में तैनात अंशु पटेल नाम के पुलिस कर्मी पर अपनी पत्नी और एक महिला सब इंस्पेक्टर पारुल के साथ मिलकर खाना बनाने वाली महिला को बेरहमी से पीटने का आरोप है। फिलहाल अंशु पटेल को सस्पेंड कर दिया गया है। घायल महिला के पति का कहना है कि उसकी पत्नी पर झूठे आरोप लगाकर उसके साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। उसका आरोप है कि उसकी पत्नी को थाने में निर्वस्त्र कर पीटा गया। इस घटना के बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचल जायसवाल ने पीड़िता से मुलाकात की थी। इस मामले का DIG ने संज्ञान लेते हुए आरोपी इंस्पेक्टर पारुल और पुलिस कर्मी अंशु पटेल को सस्पेंड कर मुकदमा दर्ज कर लिया था।
बता दें, इससे पहले ललितपुर जिले में ही पाली थाने के अंतर्गत गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराने गई 13 साल की एक लड़की से थानाध्यक्ष ने कथित रूप से दुष्कर्म किया। इस मामले में आरोपी पुलिस अफसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही थाने के बाकी सभी पुलिसकर्मियों को भी लाइनहाजिर कर दिया गया है। इनपुट- भाषा
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