उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। दरअसल एक महिला ने पहले एक सुसाइड नोट लिखा कि वह अपने बच्चे के साथ अपनी जिंदगी खत्म करने जा रही है। महिला ने सुसाइड नोट में लिखा कि पुलिस ने उसकी दहेज शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। महिला का यह सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। चिट्ठी इंटरनेट पर वायरल हुई तो महिला जीवित पाई गई और इस बात से बेखबर थी कि पुलिस ने उसकी प्राथमिकी पर की गई जांच के आधार पर पहले ही अदालत में दहेज रोकथाम अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की दूसरी धाराओं के तहत चार्जशीट दायर कर दी थी।
पुल से कूदने की कोशिश में मजदूरों ने बचाया
पुलिस के मुताबिक, हाथ से लिखे सुसाइड नोट की फोटो शनिवार को वायरल हुई। नोट उसके पिता को संबोधित किया गया था जिसमें उसने लिखा था कि वह उदास है क्योंकि पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और जब तक पत्र उसके (पिता) पास पहुंचेगा, तब तक वह और उसका बच्चा मर चुका होगा। नोट के साथ किसी शख्स का लिखा हुआ टाइप किया हुआ मैसेज भी वायरल हुआ। नोट में कहा गया है कि गोसाईंगंज पुलिस की ढिलाई के कारण महिला उस स्थिति में चली गई और जब वह गोसाईंगंज में एक पुल से कूदने की कोशिश कर रही थी तो उसे कुछ मजदूरों ने बचा लिया।
पुलिस ने इस मामले पर क्या कहा?
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वायरल संदेश के बारे में पता चलते ही गोसाईंगंज पुलिस सतर्क हो गई। गोसाईंगंज के एसएचओ दीपक पांडेय ने कहा, "हमने पाया कि वह अपने पिता के साथ थी। उसने स्वीकार किया कि उसने नोट लिखा था जब किसी ने उसे सूचित किया कि उसके दहेज के मामले को हटा दिया गया है। जब हमने उसे सच बताया तो उसे खेद हुआ।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट जवाब नहीं दिया कि यह नोट कैसे वायरल हुआ।
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