Uttar Pradesh: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई में पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने अपने वरिष्ठ विधायक आजम खान के ‘लगातार उत्पीड़न’ की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने के लिए शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की।
'आजम खां के खिलाफ झूठे मामलों में मुकदमे दर्ज किए गए'
यादव ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने राज्यपाल को आजम खां साहब के प्रति लगातार जारी अन्याय और उनके खिलाफ झूठे मामलों में मुकदमे दर्ज किए जाने के बारे में बताया है और उनसे न्याय दिलाने का अनुरोध किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्यपाल को बताया कि आजम खां साहब के खिलाफ लगातार मामले इसलिए दर्ज किए जा रहे हैं ताकि वह जेल में ही रहें। वह बीमार हैं। हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि आजम खां के साथ अन्याय नहीं हो।’’
अखिलेश यादव वक्फ बोर्ड के सर्वे के खिलाफ
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी विधायकों के साथ गवर्नर आनन्दी बेन पटेल के सामने वक्फ बोर्ड के सर्वे को लेकर अपनी राय रखी। मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश यादव वक्फ बोर्ड के सर्वे के खिलाफ हैं।
मॉनसून सत्र में सपा सदस्यों ने मामला उठाते हुए किया था हंगामा
इससे पहले, बुधवार को विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान सपा सदस्यों ने दोनों सदनों में आजम खां के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जाने का मामला उठाते हुए हंगामा किया था जिसकी वजह से दोनों ही सदनों में प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं हो सकी थी। वर्तमान में रामपुर सदर सीट से सपा विधायक आजम खां के खिलाफ भ्रष्टाचार और अवैध कब्जे समेत विभिन्न आरोपों में करीब 90 मामले दर्ज हैं। वह करीब 27 महीने तक सीतापुर जेल में रहे थे।
इस साल के शुरू में उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था। आजम खां के खिलाफ रामपुर के मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में नगर निगम की एक मशीन का इस्तेमाल कर उसे छिपाने के आरोप में पिछले मंगलवार को एक और मामला दर्ज हुआ है।
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