Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में कृत्रिम अंग बनाने वाली कंपनी के निदेशक द्वारा अपने एक कर्मचारी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराए जाने से आहत कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, कंपनी के प्रबंध निदेशक घनश्याम दास अग्रवाल तथा उनके बेटे एवं कंपनी के निदेशक विनम्र अग्रवाल के विरुद्ध पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
50 लाख गबन का मामला था दर्ज
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) नगर अखंड प्रताप सिंह ने शनिवार को मीडिया को बताया कि आरसी मिशन थाना क्षेत्र में राजेंद्र प्रसाद (56) ने कब्रिस्तान के एक पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद प्रसाद के परिजनों ने कंपनी के प्रबंध निदेशक और उनके बेटे के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया। उन्होंने दर्ज कराई गई रिपोर्ट के हवाले से बताया कि राजेंद्र प्रसाद शहर की जी सर्जीवियर कंपनी में काम करते थे और कंपनी के निदेशक ने उन पर 50 लाख रुपये गबन का मामला 6 अगस्त को दर्ज कराया था और धमकी दी थी कि उन्हें ग्रेच्युटी का पैसा भी नहीं मिलेगा तथा जेल भी जाना पड़ेगा। इसी से परेशान होकर प्रसाद बुधवार को घर से गायब हो गए।
इसके बाद शुक्रवार को उनका शव मिला था। सिंह ने बताया कि प्रसाद के परिजनों ने शुक्रवार देर रात को मामला दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और जो भी साक्ष्य होगा उसके आधार पर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
कुछ माह पहले भी एक सरकारी कर्मचारी ने की थी सुसाइड
कुछ माह पहले छुट्टी न मिलने पर रेलवे कर्मचारी (ट्रैक मैन) ने पनकी धाम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से कटकर जान दे दी। मरने से पहले दिए गए उसके बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। प्रयागराज मंडल के डीआरएम मोहित चंद्रा ने चार सदस्यीय कमेटी गठित कर तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है। हालांकि रेलवे अधिकारी इसे दुर्घटना बता रहे हैं। फतेहपुर के भट्टपुरवा में रहने वाला रमेश कुमार यादव पनकी रेलवे स्टेशन में ट्रैक मैन था। 20 जनवरी को उसके साले की शादी थी। इंजीनियरिंग विभाग के पीडब्ल्यूआई (रेल पथ निरीक्षक) सीके तिवारी को छुट्टी के लिए आवेदन दिया था, लेकिन छुट्टी नहीं मिली थी। साथी कर्मचारियों के मुताबिक इससे वह मानसिक तनाव में था।
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