Uttar Pradesh: कानपुर जिले के बर्रा इलाके में रविवार को एक निर्माणाधीन मकान में बन रहे ‘सेप्टिक टैंक’ की जहरीली गैस के संपर्क में आने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। कानपुर के पुलिस उपायुक्त दक्षिणी प्रमोद कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बर्रा इलाके में स्थित मालवीय नगर में बाल गोविंद नामक एक ठेकेदार एक मकान बनवा रहा था। उन्होंने बताया कि इसके निर्माण में शिवा तिवारी (25), अंकित पाल (22) और अमित कुमार (25) नामक मजदूर भी लगे थे। उन्होंने बताया कि ये तीनों मजदूर मकान के निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक के अंदर गए थे कि इसी दौरान जहरीली गैस के संपर्क में आने से वे बेहोश हो गए। उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने उन तीनों को बचाने की कोशिश की लेकिन सांस लेने में तकलीफ होने पर वह बाहर आ गया।
परिजनों ने रास्ता जाम कर किया हंगामा
कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों मजदूरों को बाहर निकलवाया लेकिन तब तक शिवा की मौत हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि अंकित और अमित को रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कुमार ने बताया कि इस घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने सड़क पर रास्ता जाम कर हंगामा किया लेकिन पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही किये जाने का आश्वासन देकर उन्हें समझाया। उन्होंने बताया कि परिजनों की तहरीर मिलने पर मामला दर्ज करके आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
हाल में उत्तराखंड में भी फैल गई थी जहरीली गैस
हाल ही में उत्तराखंड के रुद्रपुर में ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र के आजाद नगर में मंगलवार सुबह जहरीली गैस फैलने से एक-एक कर 34 लोगों की तबीयत खराब हो गई थी। पुलिस के अनुसार क्लोरीन गैस के रिसाव से यह समस्या हुई। बेहोशी की हालत में लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां जिला अस्पताल का आईसीयू वार्ड भी फुल हो गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आजाद नगर में किसी कबाड़ी के यहां क्लोरीन से भरा हुआ सिलिंडर पहुंचा था, जिसमें गैस के रिसाव से आसपास के क्षेत्र में गैस फैल गई और लोगों की तबीयत खराब होने लगी।
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