Uttar Pradesh: यूपी के मथुरा जले का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सहायक नगर आयुक्त एक पत्रकार से बहस करते दिख रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अधिकारी अपनी सरकारी गाड़ी में अपने कुत्ते को बैठाकर घुमा रहे थे, जिसकी पत्रकार फोटो खींचने की कोशिश करता है। खबर के मुताबिक इसी बात को लेकर वह(अधिकारी) पत्रकार पर भड़क गए और बहस करने लगे। जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच समीति का गठन किया है। दूसरी तरफ आरोपी अधिकारी इस मामले में सदर थाने में तहरीर दी है।
'पत्रकार होने के नाते एक फोटो भी नहीं ले सकता'
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि मथुरा-वृंदावन नगर निगम के अधिकारी राज कुमार मित्तल कुछ आगे जाकर गाड़ी मोड़कर और वापस आकर पत्रकार से झगड़ने लगे। इसके साथ ही उन्होंने बेहद आक्रामक और कड़े लहजे में पूछा कि उसने उनकी और कुत्ते की तस्वीर किस हक से ली। वीडियो में पत्रकार यह कहते नजर आ रहा है कि आप (सहायक नगर आयुक्त) वर्किंग टाइम में सरकारी गाड़ी में बैठकर कुत्ते को घुमा रहे हैं तो मैं एक पत्रकार होने के नाते एक फोटो भी नहीं ले सकता क्या? वीडियो में देखा जा सकता है कि पत्रकार के ऐसा कहने पर सहायक नगर आयुक्त और भी ज्यादा आग-बबूला हो गए और उसके हाथ की उंगलियों को मरोड़ने लगे। हालांकि, घटनास्थल पर मौजूद अन्य पत्रकारों और आम जनों के समझाने पर वह वहां से चले गए।
तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश
अधिकारी के इस अपमानजनक व्यवहार से आहत पत्रकार दीपक चौधरी ने जिलाधिकारी सहित सभी मीडियाकर्मियों को घटना की जानकारी दी। बता दें कि चौधरी कानपुर से प्रकाशित एक हिंदी दैनिक के पत्रकार हैं। उनके साथ हुई घटना की जानकारी मिलने पर साथी पत्रकार जिलाधिकारी पुलकित खरे के पास शिकायत करने पहुंचे। चौधरी ने बताया कि जिलाधिकारी से मुलाकात के बाद उन्होंने थाना सदर प्रभारी को भी इस मामले में एक तहरीर दी। दूसरी ओर, जिलाधिकारी ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। समिति को तीन दिन में मामले की जांच पूरी कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
कुत्ते और बिल्ली के बच्चों को टीका लगवाने जा रहा था: आरोपी
दूसरी तरफ आरोपी अधिकारी मित्तल का कहना है कि वह कुछ माह पहले पकडे़ गए कुत्ते और बिल्ली के दो बच्चों को टीकाकरण के लिए वेटिनरी यूनिवर्सिटी स्थित हॉस्पिटल ले जा रहा थे। मित्तल ने कहा कि लौटते समय सिविल लाइन क्षेत्र में एक युवक उनकी तस्वीर खींचने लगा और जब उन्होंने युवक को रोकने की कोशिश की तो वह भागने लगा। मित्तल के मुताबिक, युवक को कुछ दूरी पर पकड़ लिया गया और पूछने पर उसने अपना परिचय एक पत्रकार के रूप में दिया। उन्होंने इस मामले में सदर थाने में तहरीर दे दी है।
'अधिकारी की लापरवाही अक्षम्य'
सपा के मीडिया प्रकोष्ठ ने इस वीडियो को साझा करते हुए ट्वीट किया है, ''योगीजी! लखनऊ से किसी को भेजिए, जो इन साहब के कुत्ते को घुमाए और टहलाए, कुत्ते की पॉटी साफ करे। आपके अधिकारी प्रशासनिक कामकाज छोड़कर कुत्ता टहलाने में व्यस्त हैं। वृंदावन जैसे अति संवेदनशील और वैश्विक पर्यटन स्थल पर सरकारी अधिकारी की यह लापरवाही और गुंडागर्दी अक्षम्य है।’’
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